बुधनी में गरजे शिवराज सिंह चौहान, कहा- ‘हरियाणा की तरह महाराष्ट्र और झारखंड भी हारेगी कांग्रेस’


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Image Source : X.COM/CHOUHANSHIVRAJ
बुधनी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बीजेपी के अन्य नेता।

बुधनी: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस को हरियाणा की तरह ही महाराष्ट्र और झारखंड में भी होने वाले विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके शासन के दौरान देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में कमी आई। हरियाणा की 90 सीटों वाली विधानसभा के चुनाव में बीजेपी ने 48 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस सिर्फ 37 सीटें जीत सकी। मध्य प्रदेश की बुधनी विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार रमाकांत भार्गव द्वारा नामांकन दाखिल करने के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए चौहान ने ये बातें कहीं।

‘कांग्रेस पार्टी अब कहीं भी जीतने वाली नहीं है’

रैली को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा, ‘कांग्रेस को हरियाणा में धूल चटा दी गई और महाराष्ट्र और झारखंड में भी उसे हार का सामना करना पड़ेगा। कांग्रेस पार्टी अब कहीं भी जीतने वाली नहीं है।’ 2024 के लोकसभा चुनाव में विदिशा से जीत दर्ज करने के बाद चौहान ने बुधनी सीट से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद उपचुनाव की जरूरत पड़ी। कांग्रेस ने बुधनी सीट से पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल को टिकट दिया है। पटेल ने 1993 में इस सीट से जीत दर्ज की थी, लेकिन 2006 में चौहान के खिलाफ चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

2006 से बुधनी से लगातार चुने जाते रहे शिवराज

बता दें कि 2006 से 2023 तक चौहान बुधनी से लगातार चुने जाते रहे हैं। इससे पहले चौहान ने पहली बार 1990 में इस सीट से जीत दर्ज की थी। केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि जब भी उन्होंने बुधनी से चुनाव लड़ा, पार्टी कार्यकर्ताओं ने ही उनके लिए चुनाव लड़ा और उनकी जीत तय की। शिवराज ने कहा, ‘जिस तरह पार्टी कार्यकर्ताओं ने मेरे लिए चुनाव लड़ा, उसी तरह वे रमाकांत भार्गव के लिए लड़ेंगे और मुझे मिले वोटों से ज्यादा वोट हासिल करके उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे।’

‘कांग्रेस के शासनकाल में इलाके में सड़कें नहीं थीं’

चौहान ने कहा कि उन्होंने बुधनी के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के शासनकाल में इलाके में सड़कें नहीं थीं। लोगों को कहीं आने-जाने के लिए घोड़ों पर सवार होना पड़ता था। अगर कोई उन सड़कों का इस्तेमाल करता तो उसकी हालत खराब हो जाती। लेकिन 2003 में बीजेपी के सत्ता में आने और मेरे मुख्यमंत्री बनने के बाद मैंने एक स्कूल खोला, फिर एक उत्कृष्ट विद्यालय, एक सीएम राइज स्कूल, एक ITI कॉलेज और निर्वाचन क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज भी स्थापित किया।’ (भाषा)





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