राजस्थान में दिवाली से पहले ट्रेन को बेपरटरी करने का मामला सामने आया है। राजस्थान के बारां जिले के अंता के पास रेल हादसे की साजिश रची गई थी। इंदौर से कोटा जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश की गई। रेलवे लाइन पर पत्थर रखे गए थे। हालांकि, ड्राइवर की सूझबूझ के चलते कोई बड़ा हादसा होने से टल गया।
कोटा रेल मंडल के रेलवे अधिकारियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। फिलहाल रेलवे ट्रैक पर पत्थर कहां से आए इसकी जांच की जा रही है। ट्रैक से पत्थर हटाने के बाद ट्रेन को रवाना किया गया। घटना सोमवार देर रात की है।
रेलवे अधिकारियों में मचा हड़कंप
राजस्थान में इससे पहले भी इस तरह की घटना हो चुकी है। इस बार अज्ञात लोगों ने कोटा-रुठियाई सेक्शन के अंता रेलवे स्टेशन के पास पटरी पर पत्थर रख दिए थे। गनीमत ये थी कि लोको पायलट को समय से पहले पत्थर नजर आ गए। इस घटना के सामने आने के बाद रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
ट्रैक पर पत्थर रखे गए थे
सोमवार रात करीब 10:00 बजे ट्रैक से इंदौर-कोटा इंटरसिटी (22984 अप) गुजर रही थी, तभी लोको पायलट की नजर ट्रैक पर रखे पत्थरों पर पड़ी। ड्राइवर ने सूझबूझ का परिचय दिया और गंभीर हादसा होने से टाल दिया। पिछले दो महीने में राजस्थान में करीब पांच बार रेल हादसे करवाने की कोशिश की गई। हालांकि, किस्मत अच्छी होने की वजह से ये हादसे टलते जा रहे हैं।
लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया
घटना की जानकारी देते हुए अंता थाना के प्रभारी दिग्विजय सिंह ने बताया, रात को 10 बजकर 21 मिनट पर इंटरसिटी एक्सप्रेस इंदौर-कोटा ट्रैक से जा रही थी। लोको पायलट ने पत्थर देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया। कई पत्थर थे। इसके बाद भी पहिये पत्थर पर चढ़ गए, लेकिन पत्थर इससे टुकड़े होकर बिखर गए। (अनामिका गौड़ की रिपोर्ट के साथ)
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