यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में उत्तर कोरिया की भागीदारी को लेकर चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के सैनिकों ने अभी तक युद्ध में भाग नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि यह महीनों नहीं बल्कि कुछ दिनों की बात है, इससे पहले कि वे युद्ध में उतरें। जेलेंस्की ने इस मुद्दे पर चीन की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। साथ ही उन्होंने इस बात पर प्रकाश डालते हुए कहा कि क्षेत्रीय सुरक्षा गारंटर के रूप में चीन की चुप्पी चौंकाने वाली है। जेलेंस्की ने इसे लेकर सोशल मीडिया साइट पर एक पोस्ट भी साझा किया है।
जेलेस्की बोले- लड़ाई करने की तैयारी में उत्तर कोरियाई सैनिक
जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘मैंने दक्षिणी कोरिया के केबीएस को एक साक्षात्कार दिया, जिसमें इस युद्ध में उत्तर कोरिया की अधिकारिक भूमिका पर जोर दिया गया। यह सिर्फ हथियारों या रूसी कारखानों में काम करने वाले मजदूरों की बात नहीं है। उत्तर कोरियाई सैनिक हमारे कब्जे वाले क्षेत्र कुर्स्क में यूक्रेन से लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। यानी एक के खिलाफ दो देशों का युद्ध।’ यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में कोरियाई सैनिकों को शामिल करने के फैसले को लेकर जेलेंस्की ने रूस की कड़ी निंदा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रूस ने उत्तर कोरिया के साथ खुलेआम साझेदारी की है और लगभग 3.5 मिलियन तोपें खरीदी हैं।
जेलेस्की ने की रूस की निंदा
जेलेंस्की ने आगे कहा कि इस युद्ध को दो साल से ज्यादा हो चुके हैं और जल्द ही हम यूक्रेन, हमारे लोगों, हमारे शहरों और हमारी जीवनशैली के खिलाफ रूस के क्रूर आक्रमण के 1 हजार दिन पूरे कर लेंगे। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि जैसे-जैसे युद्ध आगे बढ़ रहा है, रूस नए-नए तरीकों से इसे बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इनमें से एक तरीका है उत्तर कोरियाई सेना की भागीदारी। रूस ने उत्तर कोरिया के साथ खुलकर साझेदारी करना शुरू कर दिया है। यहां तक कि इस गठबंधन के बारे में शेखी बघारना भी शुरू कर दिया है। उन्होंने उत्तर कोरिया से लाखों तोपें, लगभग 3.5 मिलियन तोपें खरीदी है।