सियोल: उत्तर कोरिया ने हाल ही में एक नए अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) की टेस्टिंग की थी। उसने शुक्रवार को इसके ‘दुनिया की सबसे ताकतवर’ मिसाइल होने का दावा किया है जबकि एक्सपर्ट्स ने उत्तर कोरिया के इस दावे को ‘प्रॉपेगैंडा’ मानना है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि तानाशाह शासक किम जोंग उन के देश ने मिसाइल टेक्नोलॉजी में काफी तरक्की की है और उसने खतरनाक मिसाइलें बना ली हैं। अब सवाल यह उठता है कि उत्तर कोरिया की ये नई मिसाइल अमेरिका को टेंशन दे सकती है या नहीं? आइए, समझने की कोशिश करते हैं।
मेन लैंड अमेरिका तक हुई उत्तर कोरिया की पहुंच?
उत्तर कोरिया द्वारा गुरुवार को जो मिसाइल लॉन्च की वह देश द्वारा अब तक दागे गए किसी भी दूसरे हथियार की तुलना में ज्यादा ऊंचाई पर उड़ी और ज्यादा समय तक हवा में रही। इससे पता चलता है कि उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियारों के साथ हमला करने वाली ICBM बनाने में काफी तरक्की कर ली है। इन मिसाइलों के जरिए उत्तर कोरिया आसानी से मेन लैंड अमेरिका पर हमला कर सकता है। हालांकि कुछ विदेशी एक्सपर्ट्स का मानना है कि अभी भी उत्तर कोरिया को कुछ तकीनीकी चीजों पर महारत हासिल करनी है।
किम जोंग उन ने रखी हुई थी टेस्टिंग पर नजर
‘ह्वासोंग-19’ नाम की इस ICBM को उत्तर कोरिया दुनिया की ‘सबसे मजबूत’ मिलाइल बताया रहा है। उसने इसे परफेक्ट वेपन सिस्टम करार देते हुए कहा कि देश के नेता किम जोंग उन ने भी मिसाइल की टेस्टिंग पर नजर रखी थी। किम ने कहा कि यह उत्तर कोरिया के दुश्मनों को जवाब देने के लिए ‘एक उचित सैन्य कार्रवाई’ है। नॉर्थ कोरिया की न्यूज एजेंसी KCNA के मुताबिक, किम ने उत्तर कोरिया की ‘अद्वितीय रणनीतिक परमाणु हमला क्षमता’ का प्रदर्शन करने के लिए हथियार वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया। ‘ह्वासोंग-19’ से पहले ‘ह्वासोंग-18’ नॉर्थ कोरिया की सबसे अडवांस्ड ICBM थी।
किम जोंग उन ने Hwasong-19 मिसाइल की टेस्टिंग पर पूरी नजर रखी।
‘US तक हमला नहीं कर सकतीं ये मिसाइलें’
उत्तर कोरिया भले ही अपने पास ICBM होने का दावा करता है लेकिन कई विदेशी एक्सपर्ट्स उसकी बात से इत्तेफाक नहीं रखते। इन एक्सपर्ट्स का मानना है कि उत्तर कोरिया के पास ऐसी मिसाइलें हो सकती हैं जो पूरे दक्षिण कोरिया पर परमाणु हमला कर सकती हैं, लेकिन उसके पास अभी तक ऐसी परमाणु मिसाइलें नहीं हैं जो अमेरिका की मुख्य भूमि को निशाना बना सकें। उनका कहना है कि उत्तर कोरिया के पास मिसाइलों के लिए एल्टिट्यूड कंट्रोल और गाइडेंस सिस्टम में भी सुधार होना चाहिए।
अमेरिका को क्यों होनी चाहिए टेंशन?
उत्तर कोरिया की मिसाइल क्षमताओं के बारे में भले ही एक्सपर्ट्स कुछ भी कहें, लेकिन यह तय है कि इस मुल्क के पास लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें बनाने की क्षमता है। वहीं, पिछले कुछ महीनों में रूस और उत्तर कोरिया के बीच करीबी भी बढ़ी है और ऐसी भी खबरें हैं कि किम जोंग उन ने अपने कई हजार सैनिक रूस की तरफ से लड़ने के लिए यूक्रेन के मोर्चे पर भेज दिए हैं। माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया इसके बदले में रूस से लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों को लेकर बेहतर तकनीक मांग सकता है। यदि ऐसा होता है तो यह निश्चित तौर रपर अमेरिका के लिए टेंशन की बात होगी। (PTI इनपुट्स के साथ)