जौनपुरः जौनपुर जिले के गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कबीरूद्दीनपुर गांव में 30 अक्टूबर को ताईक्वांडों खिलाड़ी अनुराग यादव उर्फ छोटू (17 वर्ष ) की तलवार से गर्दन काटकर हत्या के मामले में पुलिस ने यूपी पुलिस में तैनात एसआई (दारोगा) को गिरफ्तार किया है। दारोगा राजेश यादव हत्यारोपी परिवार का सदस्य है और वह मेरठ जिले के मवाना थाने में एसआई पद पर तैनात था। राजेश की शादी 24 नवंबर को होनी थी।
दारोगा समेत पांच के खिलाफ दर्ज था केस
पुलिस की जांच में यह पाया गया कि घटना से एक दिन पहले और बाद में कई बार दारोगा की घटनास्थल पर मौजूद हत्यारोपियों से बातचीत हुई थी। हत्या में इसकी भूमिका साजिशकर्ता के रूप में पायी गयी है। अनुराग के पिता ने लालता प्रसाद यादव और उसके पुत्र रमेश यादव, मेरठ जिले के मवाना थाने पर तैनात एसआई राजेश यादव समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
मुख्य आरोपी रमेश ने लखनऊ में किया था सरेंडर
30 अक्टूबर की सुबह जमीनी विवाद के चलते पड़ोसियों ने हमला बोलकर ताईक्वांडों खिलाड़ी अनुराग यादव उर्फ छोटू की तलवार से गर्दन काटकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने घटना के कुछ देर बाद ही लालता यादव को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया था। मुख्य आरोपी रमेश यादव अपने छोटे भाई के साथ 31 अक्टूबर को लखनऊ जिले के अलीगंज थाने में सरेंडर कर दिया।
दारोगा को भेजा गया जेल
गौराबादशाहपुर थानाध्यक्ष ने राजेश यादव को गौराबादशाहपुर थाने बुलाकर पूछताछ की थी। जांच में पता चला कि हत्या के एक दिन पहले और घटना के बाद दारोगा राजेश यादव से हत्यारोपियों से कई बार मोबाइल पर बातचीत हुई थी। जांच में पाया गया कि यह एक योजना बनाकर अनुराग यादव की हत्या की गई थी। एसआई राजेश यादव को शनिवार दो बजकर 45 मिनट पर हिरासत में लेकर धारा 191(3),131,103(2),61(2)(a) BNS व 7 CLA Act. में चालान कर जेल भेज दिया गया।
अनुराग यादव ने जीते थे कई मेडल
बता दें कि जमीनी विवाद में जिस अनुराग यादव उर्फ छोटू की हत्या की गई की थी वह ताइक्वांडो का खिलाड़ी था। अनुराग ने चंदौली जिले में आयोजित इंडो नेपाल प्रतियोगिता में मेडल भी प्राप्त किया था। नोएडा में आयोजित ताइक्वांडो प्रतियोगिता में भी वह विजयी हुआ था। घटना की खबर का पता चलते ही जौनपुर के जिलाधिकारी डॉ दिनेश कुमार और एसपी जौनपुर डॉ अजयपाल शर्मा पहुंचे थे। डीएम ने मौके पर कहा था कि जमीनी विवाद पिछले 40 साल से चल रहा है। डीएम ने मौके पर ही हल्का लेखपाल जगदीश यादव को निलंबित कर दिया था।
रिपोर्ट- सुधाकर शुक्ला, जौनपुर