Apple को एक और तगड़ा झटका लगा है। कंपनी के एक और प्रोडक्ट को यूरोपीय यूनियन के कमीशन ने रेग्यूलेशन के दायरे में लाने का निर्देश दिया है। यूरोपीय कमीशन ने एप्पल को iPad में इस्तेमाल होने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम को डिजिटल मार्केटिंग एक्ट (DMA) के दायरे में रखने के लिए कहा है। यूरोपीय कमीशन ने मोबाइल डिवाइस में इस्तेमाल होने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम को गेटकीपर का दर्जा दिया है।
एप्पल को सख्त निर्देश
यूरोपीय कमीशन ने अपने आधिकारिक X हैंडल से यह जानकारी शेयर करते हुए कहा है कि एप्पल को अपने iPadOS को डिजिटल मार्केट्स एक्ट की शर्तों के अनुरूप डिजाइन करना होगा। अपने पोस्ट में यूरोपीय कमीशन ने निर्देश देते हुए कहा है कि अन्य ब्रांड की तरह एप्पल को भी यूजर्स को अपने डिवाइस में पसंदीदा वेब ब्राउजर चुनने की आजादी होनी चाहिए। साथ ही, यूजर के लिए एप्पल ऐप स्टोर की तरह ही अल्टर्नेटिव ऐप स्टोर मिलना चाहिए। साथ ही, सभी एक्सेसरीज डिवाइस के पास iPadOS के फीचर को एक्सेस करने की अनुमति होनी चाहिए।
यूरोपीय कमीशन ने अप्रैल 2024 में Apple iPadOS को अपने कोर प्लेटफॉर्म सर्विस के लिस्ट में रखा है। कंमीशन ने इन कोर सर्विस को गेटीकीपर का दर्जा दिया है। यूरोपीय कमीशन के इस निर्देश के बाद एप्पल को अपने iPadOS में बदलाव करने की जरूरत होगी। इसका असर Apple के रेवेन्यू पर भी पड़ेगा। हालांकि, Google अपने Android ऑपरेटिंग सिस्टम में यूजर्स को डिफॉल्ट वेब ब्राउजर चुनने की आजादी देता है।
Apple ने सबमिट किया रिपोर्ट
Apple ने यूरोपीय यूनियन के इस निर्देश के बाद अपना कम्प्लायेंस रिपोर्ट पब्लिखश किया है, जिसमें उसने iPadOS को डिजिटल मार्केटिंग एक्ट के अनुरूप बनाने की डिटेल शेयर की है। हालांकि, अभी एंटी-ट्रस्ट रेगुलेटर को एप्पल द्वारा पब्लिश किए गए कम्पालयेंस रिपोर्ट की जांच करनी है, जिसके बाद यह साफ होगा कि कंपनी ने किसी नियम का उल्लंघन किया है या नहीं। एप्पल द्वारा कंप्लायेंस रिपोर्ट पब्लिश करने की जानकारी यूरोपीय यूनियन ने अपने पोस्ट के थ्रेड में दी है।
इससे पहले यूरोपीय यूनियन कमीशन के दबाव में एप्पल ने अपने सभी मोबाइल डिवाइस में USB Type C चार्जिंग फीचर देना शुरू किया था। कंपनी ने पिछले साल 2023 में iPhone 15 सीरीज को USB Type C पोर्ट के साथ लॉन्च किया था। यूरोपीय यूनियन एप्पल के लिए अमेरिका के बाद एक बड़ा मार्केट है। ऐसे में यूरोपीय कमीशन के निर्देश के बाद एप्पल अपने iPadOS में बड़ा बदलाव कर सकता है।
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