नई दिल्लीः भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के रिटायर हो गए। अपने आखिरी कार्य दिवस पर विदाई भाषण (फेयरवेल स्पीच) में उन्होंने कहा कि अगर मैंने किसी को ठेस पहुंचाई हो तो कृपया मुझे माफ कर देना। यह अदालत ही है जो मुझे आगे बढ़ाती है। हम ऐसे लोगों से मिलते हैं जिन्हें हम संभवतः जानते तक नहीं हैं। मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूं। यदि मैंने कभी अदालत में किसी को ठेस पहुंचाई हो तो मैं चाहूंगा कि आप कृपया मुझे माफ कर दें। इतनी बड़ी संख्या में आने के लिए धन्यवाद।
सेरेमोनियल बेंच को लेकर कही ये बात
डीवाई चंद्रचूड़ ने सेवानिवृत्ति के अवसर पर यह भी खुलासा किया कि वह सेरेमोनियल बेंच के सूचीबद्ध होने से पहले ‘जितना हो सके उतने मामले’ सुनना चाहते थे। जब मेरे कोर्ट स्टाफ ने कल मुझसे पूछा कि सेरेमोनियल बेंच को किस समय सूचीबद्ध किया जाएगा, तो मैंने कहा कि मैं जितने मामले कर सकता हूं, करूंगा। मैं आखिरी समय तक न्याय करने का अवसर नहीं चूकना चाहूंगा।