दिल्ली में हवा का लॉकडाउन! डॉक्टरों की चेतावनी-‘फेसमास्क लगाएं, दरवाजे-खिड़कियां रखें बंद’


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हवा प्रदूषित, फेसमास्क लगाएं

दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को ‘अति गंभीर’ श्रेणी को पार कर इस मौसम के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई है।  द्वारका, मुंडका तथा नजफगढ़ जैसे क्षेत्रों में सोमवार की दोपहर के समय अधिकतम वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 500 दर्ज किया गया। हवा के प्रदूषित होने की वजह से सुबह से धुंध की घनी चादर छाई रही। लोगों ने  खुजली और आंखों से पानी आने की शिकायत की। वायु प्रदूषण को लेकर चिकित्सकों ने चिंता जताई है और आगाह किया है कि ये जहरीली हवा न केवल बीमार बल्कि स्वस्थ व्यक्तियों को भी नुकसान पहुंचा सकती है।

डॉक्टरों ने दी है जरूरी सलाह

डॉक्टरों ने सलाह दी है कि जबतक जरूरी ना हो घर से बाहर ना निकलें, पर्याप्त तरल पदार्थ सेवन करें और घर के अंदर ठोस कण के स्तर को कम करने के लिए एचईपीए फिल्टर वाले एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें। साथ ही चेतावनी दी है कि पहले से ही फेफड़े या हृदय संबंधी बीमारियों का समस्या का सामना कर रहे लोग सतर्क रहें और अपनी दवाएं लेते रहें।

दिल्ली की  गुरु तेग बहादुर अस्पताल में सामुदायिक चिकित्सा के रेजिडेंट डॉक्टर डॉ.रजत शर्मा ने कहा, ‘‘प्रदूषण के इस स्तर पर, एन95 मास्क पहनना जरूरी है। सर्जिकल मास्क या कपड़े के मास्क के विपरीत एन 95 मास्क बेहतर सुरक्षा प्रदान करते हैं क्योंकि सर्जिकल या कपड़े के मास्क अक्सर चेहरे पर फिट नहीं आते और पर्याप्त मात्रा में कणों को रोक नहीं सकते। मास्क पहनना अनिवार्य है।’’

 कैसा फेसमास्क पहनें, जानिए

सर गंगा राम अस्पताल के छाती चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. उज्ज्वल पारख ने कहा कि लोगों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘सभी को यथासंभव बाहरी गतिविधियों से बचना चाहिए तथा यदि बाहर जाना ही पड़े तो वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए।’’ 

उन्होंने बताया कि एन95 और एन99 मास्क ठोस कण (पीएम 2.5 और पीएम 10) के रोकने में तो प्रभावी हैं, लेकिन वे ओजोन, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड या वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (वीओसी) जैसी हानिकारक गैसों को फिल्टर नहीं कर सकते हैं। उन्होंने मास्क को नियमित तौर पर बदलने की सलाह दी और कहा कि लंबे समय तक मास्क के इस्तेमाल करने से उसके फिल्टर करने की क्षमता कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि मास्क चेहरे पर ठीक से फिट हो और उसमें कोई रिसाव न हो, क्योंकि अगर मास्क ठीक से फिट न हो तो इसका प्रभाव कम होगा।





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