बागेश्वर धाम के ‘पीठाधीश्वर’ पंडित धीरेंद्र शास्त्री 160 किलोमीटर लंबी पदयात्रा निकाल रहे हैं। उनकी इस यात्रा में भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव भी पहुंचे। उन्होंने बाबा के लिए गाना भी गया है। खेसारी लाल यादव ने कहा कि बाबा के प्रति जो सबका भाव है वह दिखता है। बाबा की जो बातें खुद के लिए नहीं होती है, उनका मकसद है अपने देश को बड़ा करना है, भारत को एक करना है। जब शब्द का मकसद समाज के लिए होता है तो समाज को समझ में आती होगी। अब अगर कोई नासमझ है उसको तो कुछ भी समझ में नहीं आता, उसको समझने का कोई मतलब नहीं है। खेसारी लाल यादव ने कहा कि देखा देखी पुण्य होता है और पाप भी होता है। बाबा का जो संकल्प है, लाखों भीड़ थी। उस पर श्री गणेश मेरे से हुआ यह मेरा सौभाग्य है मुझे वह सम्मान मिला।
आपने कहा हिंदुओं की बड़ी ताकत है बाबा बागेश्वर?
खेसारी लाल यादव ने कहा कि पहले हम मध्य प्रदेश को जानते थे लेकिन आज हम बागेश्वर को पहले जानते हैं बाद में मध्य प्रदेश को। यह करम है बाबा का आपके कर्म से आपको दुनिया जानने लगी सबसे बड़ी कमाई हुई है। आज जिस मिट्टी में आप पैदा हुए उसी मिट्टी को आपकी वजह से पहचाना जा रहा है।
हिंदू राष्ट्र नहीं एकता की बात- खेसारी
खेसारी लाल यादव ने कहा कि ये हिंदू राष्ट्र की बात नहीं एकता की बात है। इसमें जात-पात धर्म कुछ भी नहीं है। अगर हम दुनिया में एक रहेंगे तो मुझे ही नहीं लगता है कोई हमें तोड़ सकता है। 10 लाठियां की पूजा होती है लेकिन अगर 10 लाठी एक हो जाए तो मुश्किल होता है। एक लाठी को कोई भी हरा सकता है, लेकिन 10 लाठी को ना कोई तोड़ सकता है, ना उठा सकता है। लाठी की तरह ही हमारी मजबूती हमारी एकता है। हम अगर एकता के साथ रहेंगे तो हमें अपने देश के लोगों से नहीं लड़ना है हम इस देश के बाहर जो चीज हैं गलत चीज हो रहे हैं उसे लड़ सकते हैं। इसका मतलब है हमें देश के लोगों से नहीं लड़ना है। हमारे जो विरोधी हैं हमारे देश के विरोधियों हमारे देश के हैं ही नहीं।
खेसारी लाल यादव ने कहा कि मेरे हिसाब से समाज में जाती-धर्म मायने नहीं रखता है। जहां धर्म पूछ कर किसी गाड़ी में नहीं बैठते हैं, जात धर्म पूछ कर हम मिठाई नहीं खरीदते, जात धर्म पूछ कर हम कपड़ा नहीं खरीदते, जब एक मुस्लिम वर्ग का आदमी हमें कपड़ा सिलकर देख देता है तो हमें मजा आता है, हम पूछ कर तो नहीं सिलवाते।
हमें एक होना है खेसारी
खेसारी लाल यादव ने कहा कि बाबा का संकल्प चाहे दुनिया को लगता होगा हिंदू राष्ट्र बनाना है, हिंदू राष्ट्र है उसको बनाना नहीं है। हमें एक होना है, एकता से रहना है। हमारे देश के बाहर जो चीज हो रही हैं देश में गलत कर रहे हैं, वह जो भटके हुए हैं उनको रास्ते में लाने के लिए संकल्प लेना है कि बेटा हम एक हो सके। विरोध जिस काम में नहीं होगा उसका नाम नहीं हो।गा जिस काम का विरोध नहीं हो वह समाज के हित के लिए नहीं है चाहे कोई भी काम करेगा विरोध होगा।