महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद पर एकनाथ शिंदे की शिव सेना के दावे से बीजेपी नाराज हो गई है। बीजेपी के मैनिफेस्टो कमेटी के प्रमुख और पूर्व सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने शिंदे सेना को आईना दिखाया है। सहस्त्रबुद्धे ने साफ लफ्जों में कह दिया कि दबाव बनाने से कोई फायदा नहीं होगा। मुख्यमंत्री पद पर बीजेपी झुकने वाली नहीं है।
जनता ने आंकड़ों के आधार पर बता दिया सीएम
बीजेपी के पूर्व सांसद ने कहा, ‘दबाव बनाने की कोशिश कोई कर रहा है तो दबाव बनेगा नहीं। दबाव तब बनता है, जब कोई दबने वाला हो। यहां कोई दबने वाला नहीं है। महाराष्ट्र की जनता ने आंकड़ों के आधार पर बता दिया है की सीएम कौन बनेगा?’
दबाव और कुर्बानी इन शब्दों का कोई मतलब नहीं- BJP
इसके साथ ही बीजेपी के पूर्व सांसद ने कहा, ‘अब दबाव, कुर्बानी इन शब्दों का कोई मतलब नहीं है। जो भी फैसला लिया जाएगा सामंजस्य के आधार पर लिया जाएगा। सक्षम और अनुभवी नेतृत्व में सरकार बनेगी।’
हम गठबंधन धर्म को मानने वाले लोग- BJP
पूर्व सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा, ‘बिहार पैटर्न पर यह शिंदे सेना की डिमांड है। डिमांड रखने में कोई बुराई नहीं है लेकिन हम गठबंधन धर्म को मानने वाले लोग हैं। हम अपनी मर्यादा में बात करेंगे। महाराष्ट्र की जनता के मन में जो है वही मुख्यमंत्री बनेगा।’
शिवसेना ने की ये मांग
बता दें कि शिवसेना प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने सोमवार को ‘बिहार मॉडल’ का हवाला देते हुए कहा कि एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में बने रहना चाहिए। जहां सत्तारूढ़ ‘महायुति’ ने विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की है। हालांकि, बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर ने मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस की वकालत करते हुए कहा कि वह राज्य का नेतृत्व करने के लिए सबसे सक्षम उम्मीदवार हैं।
बीजेपी ने जीतीं 132 सीट
एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना, भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के ‘महायुति’ गठबंधन ने हाल में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी, जबकि विपक्षी महाविकास आघाड़ी (MVA) को सिर्फ 46 सीट मिलीं हैं। बीजेपी द्वारा सबसे अधिक 132 सीट जीतने के बाद फडणवीस के मुख्यमंत्री पद का दावेदार होने की अटकलें लगने लगीं। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 सीट पर जीत हासिल की।