नीरज पांडे बॉलीवुड के ऐसे इकलौते डायरेक्टर जिन्होंने अपनी धारदार कहानी कहने के अंदाज से लोगों को हमेशा चौंकाया है। फिल्म से लेकर ओटीटी सीरीज तक कहानी की हर शक्ल को नीरज ने अपने जहीन दिमाग से दर्शकों के दिलों में बसाया है। ‘अ वेडनेसडे’, ‘स्पेशल 26’, ‘बेबी’ और ‘स्पेशल ओप्स’ जैसी दमदार कहानियों को शल्क देने वाले नीरज पांडे एक और फिल्म लेकर आए हैं। इस फिल्म का नाम है ‘सिकंदर का मुकद्दर’ और ये फिल्म रिलीज हुई है नेटफ्लिक्स पर। इस फिल्म में होरों की चोरी, पुलिस स्टेशन और कोर्ट कचहरी से सजा लफड़ा ही लफड़ा देखने को मिलता है। फिल्म की कहानी हीरो की चोरी की है, लेकिन हर बार की तरह एक बार फिर नीरज पांडे ने सड़े हुए सिस्टम को उजागर किया है। करप्ट पुलिस, बिके अधिकारी और खुलेआम गुंडागर्दी को फिल्म में दिखाया गया है।
ये है फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी मुंबई के एक टाउनहॉल से शुरू होती है। यहां हीरों का एक्जीबीशन लगा होता है। इस एक्जीबिशन में कुछ गुंडे लूट की प्लानिंग करते हैं और इसकी जानकारी पुलिस को लग जाती है। पुलिस भी अपना बंदोबस्त करती है और लूट के लिए आने वाले लुटेरों को मार गिराती है। पुलिस अपने इस ऑपरेशन का जश्न मनाना शुरू ही करती है और अचानक से 60 करोड़ रुपयों की कीमत के हीरे चोरी हो जाते हैं। फिर कहानी में एंट्री होती है जिमी शेरगिल की, जो एक पुलिस अधिकारी हैं और चोरी हुए हीरों की खोज करते हैं। हीरों की खोज पुलिस स्टेशन और कोर्ट कचहरी के लफड़ों में ऐसी उलझती है कि आपका दिमाग घुमा देगी। फिल्म एक सस्पेंस थ्रिलर है और नीरज पांडे भी उन डायरेक्टर्स से एक कदम आगे बढ़ जाते हैं जब वे इसमें कोई सस्पेंस नहीं छोड़ते हैं। फिल्म खत्म होने के बाद डायरेक्टर ने इसके अगले पार्ट का हिंट जरूर छोड़ा लेकिन दर्शकों के सारे सवालों के जवाब देने के बाद।
जिमी शेरगिल ने दिखाया एक्टिंग का दम
फिल्म में अविनाश मिश्रा, तमन्ना भाटिया और जिमी शेरगिल लीड किरदारों में नजर आते हैं। हीरो का किरदार अविनाश मिश्रा ने निभाया है जो एक कंप्यूटर टेक्नीशियन है। अविनाश इससे पहले नीरज पांडे के साथ ‘खाकी: द बिहार चेप्टर’ में खूंखार अपराधी चंदन माहतो का किरदार निभा चुके हैं। ‘लैला मजनू’ जैसी दमदार फिल्मों से अपनी पहचान बनाने वाले अविनाश ने फिर से दमदार काम किया है। वहीं तमन्ना भाटिया भी अपने किरदार में पूरी तरह न्याय करते नजर आ रही हैं। जिमी शेरगिल ने भी अपनी एक्टिंग से दिखा दिया कि आज भी उनका कोई सानी नहीं है।
शुरुआत में स्लो हो जाती है फिल्म की कहानी
इस फिल्म की कहानी शुरुआत में भले ही थोड़ी स्लो हो जाती है। लेकिन 20 मिनट बाद ही कहानी ऐसी रफ्तार पकड़ती है और आसमान के ऐसे फलक की सैर कराती है कि आखिर में चेहरे पर मुस्कान तैरने लगती है। कहानी में सस्पेंस है, थ्रिल है, एक्शन और दमदार एक्टिंग भी है। फिल्म नेटफ्लिक्स पर बीते रोज 29 नवंबर को रिलीज हो गई है।