उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक महीने बाद दुनिया के सबसे बड़े मेले का आयोजन होने जा रहा है। प्रयागराज महाकुंभ 2025 में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। दुनिया के सबसे बड़े मेले के लिए एक साल से तैयारी चल रही है। मेले के आयोजन से एक महीने पहले सभी तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। घाट को साफ किया जा रहा है और अलग-अलग सेक्टर में बांटा जा रहा है। लाइट लगाई जा रही हैं, कैमरे लगाए जा रहे हैं। 2400 सीसीटीवी कैमरों को 300 AI कैमरों के साथ जोड़कर मॉनिटरिंग की जाएगी।
63000 हेक्टेयर की जमीन पर बना कुंभ क्षेत्र अब यूपी का नया जिला है, जिसमें कई नए कंस्ट्रक्शन किए जा रहे हैं। नए पुल बनाए जा रहे हैं। इस समय बड़ी-बड़ी जेसीबी मशीन पूरे घाट को समतल करने में लगी हैं, क्योंकि घाट किनारे कई सेक्टर बनाए जा रहे हैं, जिसकी तैयारी इस समय अंतिम चरण में है।
खूबसूरत पेंटिंग से सजाई दीवारें
महाकुंभ में देश-विदेश से 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। श्रद्धालुओं के लिए सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र प्रयागराज की हर एक गली और सड़क के किनारे दीवारों में बनी हुई सुंदर-सुंदर वॉल पेंटिंग रहेंगी। इसके लिए देश भर से कारीगर बुलाए गए हैं, जो कई महीनों से सुंदर रंगों से प्रयागराज की दीवारों पर अलग-अलग राज्य की प्रसिद्ध पेंटिंग बना रहे हैं।
प्रयागराज में बन रहा नया टर्मिनल
महाकुंभ 2025 में हवाई यात्रियों के स्वागत के लिए प्रयागराज हवाईअड्डे में नया टर्मिनल बनाया जा रहा है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के मुताबिक परियोजना से संबंधित दो चरण का कार्य पूरा हो चुका है, जिसके तहत प्रयागराज हवाई अड्डे पर विमानों की पार्किंग क्षमता 4 से बढ़ाकर 15 विमानों की कर दी गई है और टर्मिनल भवन की यात्री क्षमता भी 350 से बढ़कर 850 की जा चुकी है। इस हवाईअड्डे पर कार पार्किंग की क्षमता 200 से बढ़ाकर 400 कार की कर दी गई है। तृतीय चरण के कार्यों में नए टर्मिनल भवन को 31 दिसंबर तक महाकुंभ के लिए चालू कर दिया जाएगा।
(प्रयागराज से अनामिका गौर की रिपोर्ट)