संभल: यूपी के संभल से एक बड़ी खबर है। संभल जिले में पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को सभी धर्मों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की, जिसमें धार्मिक स्थलों के बाहर लगे लाउडस्पीकर सर्वसम्मति से हटाने का फैसला लिया गया है। बता दें कि हालही में यूपी में हिंसा हुई थी, जिसके बाद से संभल पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ था। इसके बाद से प्रशासन यहां को लेकर ज्यादा अलर्टनेस बरत रहा है।
क्या है पूरा मामला?
अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने बताया कि हमने सभी धर्मों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की है, जिसमें ये फैसला लिया गया है कि धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर की आवाज पूर्व निर्धारित निर्देशों के अनुसार रखी जाए। इस पर सभी ने इस बात पर सहमति जताई कि बाहर लगे लाउडस्पीकर हटा दिए जाएं और धार्मिक स्थलों के परिसर के अंदर रखे जाएंगे।
मुफ्ती आलम रजा खान नूरी ने क्या कहा?
इस मामले में मुफ्ती आलम रजा खान नूरी का बयान सामने आया है। मुफ्ती आलम रजा खान नूरी ने कहा है कि इस मीटिंग में सभी धर्मों के लोग मौजूद थे और लाउडस्पीकर को लेकर हुई चर्चा पर सभी ने सहमति भी जताई है।
चामुंडा मंदिर के महंत का भी आया बयान
इस मामले में चामुंडा मंदिर के महंत मुरली सिंह का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर की आवाज बहुत तेज न हो, इस पर सभी ने सहमति जताई है।
बता दें कि संभल में हुई हिंसा के बाद पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड में है और चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। हालही में प्रशासन और पुलिस की टीम ने मिलकर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया था। दीपा सराय इलाके में कई अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया था। ये इलाका इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क का घर भी यहीं है। (इनपुट: भाषा)