मुंबई के प्रसिद्ध गेटवे ऑफ इंडिया के पास समुद्र में यात्रियों से भरी एक नाव पलट गई। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत की सूचना अबतक सामने आई है। इस मामले में डूबे हुए नाव के मालिक राजेंद्र पड़ते का आरोप है कि नेवी की एक जहाज ने उनकी नाव को टक्कर मारी थी। उन्होंने कहा कि बोट में 84 लोग बैठ सकते हैं और 80 लोग बैठे हुए थे। औपचारिक तौर पर 80 यात्री और 5 क्रू मेंबर नाव पर सवार थे। वहीं बोट हादसे पर शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा कि उनकी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बातचीत हुई है। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया है कि अब तक 25 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। पहली प्राथमिकता लोगों को रेस्क्यू करना है। मैंने कहा है कि इस मामले में जांच होगी, लेकिन पहली प्राथमिकता लोगों की जान बचानी है।
कैसे हुआ हादसा?
वहीं नीलकमल बोट कैसे डूबी या समंदर के बीच यह हादसा कैसे हुआ और कैसे तुरंत लोगों की जान बचाई गई, इसपर उरण से भाजपा के स्थानीय विधायक महेश बालदी ने कहा कि करीबन साढ़े तीन बजे दोपहर में नीलकमल बोट मुंबई से उरण के एलीफेंटा के लिए निकली। समंदर के बीच रास्ते में नेवी की एक स्पीड बोट पेट्रोलिंग कर रही थी। पेट्रोलिंग बोट के चालक ने कंट्रोल खो दिया और यात्रियों से भरी नीलकमल नाव से टकरा गई। उन्होंने बताया कि जब यह हादसा हुआ तो मेरे मित्र अजय कोली जो दूसरी नाव में थे, उन्होंने तुरंत इस डूब रही नाव के पास अपनी नाव ले जाकर लगा दी और नीलकमल नाव में सवार यात्रियों की जान बचाई। इसलिए जनहानि कम हुई है। साथ ही अभी कुछ लोग मिसिंग हैं, जिन्हें ढूंढने का काम जारी है।
1 शख्स की मौत, 5 की हालत गंभीर
भाजपा के विधायक ने कहा कि मैंने सदन में यह मुद्धा उठाया था। मुख्यमंत्री ने पीड़ितों को हर संभव मदद देने की बात कही है। इस मामले में सरकार जांच करेगी और नेवी भी अपनी जांच करेगी। वहीं आदित्य ठाकरे ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि यह घटना बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी जांच की हम मांग करेंगे लेकिन अभी राहत बचाव करना जरूरी है। बता दें कि नीलकमल पर कुल 85 लोग सवार थे। इसमें से 80 यात्री और 5 क्रू मेंबर थे। 80 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया गया है। फिलहाल एक शख्स की मौत की खबर सामने आई है और 5 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।