विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस यमन के सना एयरपोर्ट पर हुई बमबारी में बाल-बाल बच गए। जिस वक्त यह बमबारी हुई उस वक्त टेड्रोस संयुक्त राष्ट्र और विश्व स्वास्थ्य संगठन के अपने सहयोगियों के साथ विमान में सवार होनेवाले थे। WHO महानिदेशक ने खुद एक सोशल मीडिया पोस्ट में इसका खुलासा किया है।
कुछ ही मीटर की दूरी पर हुई बमबारी
टेड्रोस ने लिखा कि जब वे और उनके सहयोगी विमान में सवार होनेवाले थे तभी बमबारी होने लगी। हमारे विमान के चालक दल का एक सदस्य इस हमले में घायल हो गया। हवाई अड्डे पर दो लोग मारे गए। एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर, डिपार्चर लाउंज – जहां हम थे, वहां से कुछ ही मीटर की दूरी पर बमबारी हुई और रनवे क्षतिग्रस्त हो गए। अब हवाई अड्डे को हुए नुकसान की मरम्मत होने तक हमें इंतज़ार करना होगा, उसके बाद ही हम वहां से निकल सकते हैं। मेरे संयुक्त राष्ट्र के सहयोगी और WHO के सहकर्मी सुरक्षित हैं। हम उन परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं जिनके प्रियजनों ने हमले में अपनी जान गंवाई है।
UN कर्मचारियों की रिहाई के लिए पहुंचे थे
दरअसल इजरायल लगातार हूती ठिकानों पर हमले कर रहा है। इसी क्रम में उसने सना पर भी बमबारी की। जिस वक्त यह बमबारी हुई, WHO महानिदेशक सना एयरपोर्ट पर ही मौजूद थे। वे यमन में उन संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों की रिहाई के लिए पहुंचे थे, जिन्हें हूती लड़ाकों ने पिछले कई महीनों से बंधनक बना रखा है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने टेड्रोस पर हमले की निंदा की
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस हमले की निंदा की और अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करने का आह्वान किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नागरिकों और मानवीय कार्यकर्ताओं को कभी भी निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।
सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट में गुटेरेस ने यमन और इज़राइल के बीच हाल ही में हुई तनातनी पर खेद जताया और यमन में सना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, लाल सागर बंदरगाहों और बिजली स्टेशनों पर हवाई हमलों को खतरनाक बताया। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के अनुसार, हवाई हमलों में कथित तौर पर कई लोग हताहत हुए हैं, जिनमें कम से कम तीन लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हुए। उन्होंने सभी पक्षों से सैन्य कार्रवाई बंद करने और संयम बरतने का आह्वान दोहराया।