एस रामदास और उनके बेटे अंबुमणि के बीच विवाद
पीएमके संस्थापक डॉ. एस रामदास और उनके बेटे अंबुमणि रामदास के बीच आज मच पर ही विवाद देखने को मिला है। दरअसल शनिवार को तमिलनाडु के विझिपुरम में पार्टी की जनरल काउंसिल की बैठक में पिता-पुत्र के बीच मतभेद सार्वजनिक रूप से देखने को मिला है। दरअसल यह विवाद तब शुरू हुआ जब रामदास ने पार्टी की युवा शाखा के अध्यक्ष पद के लिए अपने पोते पी. मुकुंदन के नाम की घोषणा की, तो अंबुमणि ने इस पर आपत्ति जताते हुए मंच से कहा कि वह चार महीने पहले ही पार्टी में शामिल हुए हैं। इसके जवाब में रामदास ने कहा कि उन्होंने ही वन्नियार संगम और पार्टी की शुरुआत की थी और जो लोग पीएमके में बने रहने में रुचि नहीं रखते हैं वे पार्टी छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं।
एस रामदास और अंबुमणि रामदास के बीच मंच पर विवाद
रामदास ने इस दौरान कहा कि मुकुंदन अंबुमणि और पार्टी को 2026 के विधानसभा चुनाव में 50 सीटें जीतने में मदद करेंगे। हालांकि रामदास ने उनकी बड़ी बेटी गांधीमथी के बेटे मुकुंदन को इस दौरान मंच पर बुलाया लेकिन वे नहीं आए। अंबुमणि का तर्क था कि मुकुंदन कुछ महीने पहले ही पार्टी में शामिल हुए थे और उनके पास युवा विंग का नेता बनने के लिए पर्याप्त अनुभव नहीं था। उन्होंने कहा कि इस पद पर प्रतिभावान अनुभवी व्यक्ति को नियुक्त किया जाना चाहिए। मंच पर पिता पुत्र के बीच की तकरार अब चर्चा का विषय बन चुकी है। बता दें कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर अंबुमणि रामदास ने आज बयान भी दिया है।
मनमोहन सिंह को अंबुमणि रामदास ने दी श्रद्धांजलि
दरअसल अंबुमणि रामदास ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर बयान देते हुए लिखा, आज नई दिल्ली पर पूर्व प्रधानमंत्री और विश्व के अग्रणी अर्थशास्त्रियों में से एक मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मैंने उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। मनमोहन सिंह का कल रात वृद्धावस्था और अस्वस्थता के कारण दिल्ली में निधन हो गया था। बता दें कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन के बाद से देश में शोक की लहर है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा और कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर आमने-सामने आ चुके हैं। हालांकि कांग्रेस के बयानों पर भाजपा भी लगातार पलटवार कर रही है।