चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा कर दी है। राजधानी दिल्ली में एक चरण में मतदान किया जाएगा। दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। ऐसे में राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है और चुनावी मैदान पूरी तरह तैयार है। इसके अलावा अरविंद कार्ड लगातार पूर्वांचली कार्ड और जाति कार्ड खेल रहे हैं और भाजपा पर लगातार आरोप लगा रहे हैं। बीते दिनों आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भाजपा पर आरोप लगाया था कि भाजपा के लोगों द्वारा पूर्वांचल के लोगों को वोटर कार्ड से नाम कटवाया जा रहा है। ऐसे में इंडिया टीवी के स्पेशल कॉनक्लेव ‘दिल्ली किसकी’ में शामिल होने पहुंचे हैं बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी। चलिए बताते हैं सम्राट चौधरी ने क्या कहा।
क्या बोले सम्राट चौधरी
इस दौरान सम्राट चौधरी ने कहा कि संघर्ष करना भाजपा के व्यवहार में है। भाजपा कार्यकर्ता की पार्टी है। केजरीवाल जी के रास्ते में सभी को पता है कि आप पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा। भाजपा सिद्धांतों के साथ चलने वाली पार्टी है। पूर्वांचल हो या भारत का कोई भी अंग हो, जो भी पीछे छूटा है, सभी को साथ लेकर चलने का काम भाजपा ने किया है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अधिकारिक रूप से बयान दिया कि 500 रुपये का टिकट लेकर यूपी और बिहार के दिल्ली चले आते हैं और दिल्ली में इलाज कराते हैं। बिहार के लगभग 1 करोड़ 21 लाख लोग आयुष्मान योजना का लाभ ले रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री यदि ये कहते हैं कि 500 रुपये का टिकट खरीदकर दिल्ली आते हैं तो क्या बिहार-यूपी के ही लोग गरीब हैं क्या।
केजरीवाल तुलना के लायक नहीं: सम्राट चौधरी
उन्होंने कहा कि रोहिंग्या को किसी कीमत पर हिंदुस्तान में मतदाता नहीं बनाया जा सकता है। दूसरे देश में जो हमारे अल्पसंख्यक है उन्हें हम मतदाता बनाने का काम करेंगे। लेकिन किसी बांग्लादेशी या पाकिस्तानी को या रोहिंग्या को अगर कोई जोड़ने का प्रयास करेगा तो हम उसका विरोध करेंगे। बिहार-यूपी के लोगों का सम्मान बढ़े, इसके लिए भाजपा संघर्ष करेगी ही। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को पता नहीं है, उन्हें अनुभव की कमी है। आप बिहार जैसे राज्य में आ जाइए तो पता चलेगा कि देश का सबसे ज्यादा सब्सिडी देने वाले राज्य है बिहार। हम 14000 करोड़ रुपये बिहार के गरीबों को सब्सिडी देने का काम करते हैं। केजरीवाल तो तुलना के लायक ही नहीं है। लेकिन इस देश के संविधान के तहत चुनाव होने हैं। केजरीवाल को स्पष्ट तौर पर बताना चाहते हैं कि भाजपा एक-एक जनता के मुद्दे पर काम करने की चिंता करती है।