अडानी ग्रुप प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ में भक्तों को फ्री में एक करोड़ ‘आरती संग्रह’ की प्रतियां बांटेगा। इसके लिए अडानी ग्रुप ने गीता प्रेस के साथ एक डील की है। आरती संग्रह नाम की इस पुस्तक को गीता प्रेस ने प्रकाशित किया है और यह पहल सनातन साहित्य सेवा का हिस्सा है। भारतीय संस्कृति के संरक्षण, प्रचार और प्रसार के उद्देश्य से समर्पित संगठन गीता प्रेस के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को अहमदाबाद में अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी से मुलाकात की। अडानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘महाकुंभ भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था का महायज्ञ है। हमारे लिए यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि इस महायज्ञ में प्रतिष्ठित संस्था गीता प्रेस के सहयोग से हम कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को ‘आरती संग्रह’ की एक करोड़ प्रतियां निःशुल्क प्रदान कर रहे हैं।’’
गौतम अडानी से मिले गीता प्रेस के प्रतिनिधि
उन्होंने कहा, ‘‘धर्म और संस्कृति के प्रति निस्वार्थ सेवा और जिम्मेदारी की भावना देशभक्ति का एक रूप है, जिसके लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं। सेवा ही ध्यान है, सेवा ही प्रार्थना है और सेवा ही ईश्वर है।’’ अडानी ने कहा, ‘‘आज मुझे गीता प्रेस के सम्मानित पदाधिकारियों से प्रेरणा मिली, जो सनातन साहित्य के माध्यम से 100 वर्षों से राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं और मुझे गीता प्रेस की उत्कृष्ट सेवा के लिए अपना आभार व्यक्त करने का सौभाग्य मिला।’’ सनातन धर्म की सेवा के लिए प्रतिबद्ध गीता प्रेस ने वर्ष 2023 में अपने 100 वर्ष पूरे कर लिये हैं। अडानी समूह के साथ सहयोग के बारे में गीता प्रेस के प्रतिनिधियों ने कहा कि पवित्र भावना से काम करने वाली हर संस्था के प्रति उनके मन में अत्यंत सम्मान है। गीता प्रेस की ओर से महासचिव नीलरतन चांदगोठिया, ट्रस्टी देवी दयाल अग्रवाल, ट्रस्ट बोर्ड के सदस्य राम नारायण चांडक, प्रबंधक लाल मणि तिवारी एवं आचार्य संजय तिवारी ने अडानी से भेंट की।
महाप्रसाद सेवा भी होगी
अडानी ग्रुप और इस्कॉन ने महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं को भोजन परोसने के लिए हाथ मिलाया है। दोनों संस्थानों की तरफ से 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ मेले की पूरी अवधि के दौरान महाप्रसाद सेवा दी जाएगी। महाप्रसाद सेवा 50 लाख भक्तों को दी जाएगी और भोजन मेला क्षेत्र के अंदर और बाहर दो रसोई में तैयार किया जाएगा। महाप्रसाद महाकुंभ क्षेत्र में 40 स्थानों पर वितरित किया जाएगा और इस पहल में 2,500 स्वयंसेवक शामिल होंगे। दिव्यांगों, बुजुर्गों और बच्चों वाली माताओं के लिए गोल्फ कार्ट की व्यवस्था की गई है।