जापान में बैंक कर्मचारी का मन डोला, तो अब अधिकारी भुगत रहे खामियाजा, कटेगी सैलरी


जापान में एक बैंक कर्मचारी ने ग्राहकों के लॉकर से चोरी की (सांकेतिक तस्वीर)

Image Source : AP
जापान में एक बैंक कर्मचारी ने ग्राहकों के लॉकर से चोरी की (सांकेतिक तस्वीर)

तोक्यो: जापान के एक प्रमुख बैंक में ग्राहकों के लॉकर से एक कर्मचारी ने करीब 1.4 अरब येन (90 लाख अमेरिकी डॉलर) चुरा लिए। चोरी के आरोप में कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया जिसके बाद बैंक के शीर्ष अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को इस घटना पर माफी मांगी। इस सबके बीच हैरान करने वाली बात यह है कि बैंक के अधिकारियों ने अपने वेतन में कटौती का फैसला लिया है। एमयूएफजी बैंक की दो शाखाओं में चोरी की इन घटनाओं को चार साल तक अंजाम दिया गया और पिछले साल अक्टूबर में इस मामले का खुलासा हुआ था।  

बैंक के मांगी माफी

बैंक के जिन अधिकारियों ने अपने वेतन में कटौती का निर्णय लिया है उनमें इसके चेयरमैन नाओकी होरी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जुनिची हनजावा और प्रबंध कार्यकारी अधिकारी तादाशी यामामोटो शामिल हैं। उनमें से प्रत्येक अधिकारी के वेतन में तीन महीनों में 30 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। दो अन्य अधिकारियों के वेतन में तीन महीनों में 20 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। बैंक ने एक बयान में कहा, ‘ग्राहकों और हितधारकों को होने वाली असुविधा के लिए हम माफी मांगते हैं।’

पुलिस कर रही है जांच

बैंक के अनुसार, बर्खास्त किए गए कर्मचारी ने करीब 60 लॉकर से 1.4 अरब येन (जापानी मुद्रा) मूल्य का सोना, नकदी और अन्य कीमती वस्तुएं चुराई हैं। जापान के तीन बड़े बैंकों में शामिल इस बैंक की स्थापना 2006 में यूएफजे बैंक और बैंक ऑफ तोक्यो-मित्सुबिशी के विलय से हुआ था। तोक्यो पुलिस ने कर्मचारी की पहचान युकारी इवामुरा के रूप में की है, जो यामाजाकी नाम का भी इस्तेमाल करता था। उसे दो ग्राहकों के लॉकर से अलग-अलग मौकों पर सोने की 20 छड़ें चुराने के संदेह में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। 

यह भी पढ़ें:

इजरायल-हमास संघर्ष विराम पर मंडराया खतरा, जानें PM नेतन्याहू के ऑफिस ने अब क्या कह दिया

ब्रिटिश PM कीर स्टार्मर पहुंचे यूक्रेन, जेलेंस्की के साथ ‘100 साल की साझेदारी’ पर होगी संधि

Latest World News





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *