उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला स्थल पर ‘सलाम इंडिया’ शो में योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिम नेताओं को सीधा संदेश दिया। इस खास कार्यक्रम में इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संभल और मथुरा जैसे शहरों में मुस्लिम नेताओं को बड़ा दिल दिखाने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि यदि वे दरियादिली दिखाएंगे तो हिंदू समाज उन्हें सिर आंखों पर बैठाकर रखेगा। जिद करने पर उनको हमेशा मुश्किलें आएंगी।
महाकुंभ के लिए वक्फ बोर्ड की जमीन का इस्तेमाल करने की पेशकश की गई थी, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने यह ऑफर ठुकरा दिया। इसके पीछे की वजह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि प्रयागराज में दरियादिली दिखाने की जरूरत नहीं है। उसे जो लेना था वह ले चुका है। बड़ा दिल दिखाने की जरूरत संभल और मथुरा में है।
ज्ञानवापी सनातन धर्म को वापस मिल जानी चाहिए
योगी ने कहा, ” एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लिए दरियादिली वहां दिखाने की आवश्यकता है, जैसे ज्ञानवापी सनातन धर्म को वापस मिल जानी चाहिए। श्रीकृष्ण जन्मभूमि का स्थल हजारों वर्षों से सनातन धर्मावलम्बी आस्था के साथ है, श्री हरि विष्णु का जो अगला अवतार है , वह इसी संभल में होने जा रहा है। वहां पर दरियादिली दिखाने की आवश्यकता है। मैं मुस्लिम नेताओं से कहना चाहूंगा कि वर्तमान और भावी पीढ़ी के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सोचें। महज जिद से समस्या का समाधान नहीं होगा। यदि वे सचमुच दरियादिली, बड़ा दिल दिखाएंगे तो हिंदू समाज उन्हें सिर आंखों पर बिठाएगा। वरना हमेशा उनके सामने संकट आएगा।”
अदालत में हैं इन जगहों के मामले
योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी, मथुरा और संभल की जिन जगहों का जिक्र किया। उन सभी जगहों से जुड़े विवाद कोर्ट में हैं। सुनवाई और सर्वे का सिलसिला जारी है। वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि यहां पहले मंदिर था और उसे तोड़कर मस्जिद बनाई गई। वहीं, मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि को लेकर भी दोनों पक्ष कोर्ट में हैं। हाल ही में संभल में शाही जामा मस्जिद भी विवादों में आ गई है। इसके बारे में कहा जाता है कि श्री हरि विष्णु मंदिर को ध्वस्त करके संभल में शाही जामा मस्जिद को बनाया गया था।