दीपा मंडावी की फाइल फोटो
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में भाजपा के पूर्व विधायक दिवंगत भीमा मंडावी की पुत्री दीपा मंडावी का मंगलवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिजनों ने यह जानकारी दी। छत्तीसगढ़ की दंतेवाड़ा विधानसभा सीट से भाजपा के पूर्व विधायक दिवंगत भीमा मंडावी की 22 वर्षीय पुत्री दीपा ने 26 जनवरी को उत्तराखंड में देहरादून के एक ‘पेइंग गेस्ट’ में पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
कमरे में पंखे से लटका मिला शव
दीपा के परिवार के सदस्यों ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद परिवार के सदस्य देहरादून पहुंचे थे। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने दीपा का शव परिवार को सौंप दिया था। परिवार के सदस्यों ने आज दंतेवाड़ा जिले में स्थित गृह ग्राम गदापाल में दीपा का अंतिम संस्कार किया। देहरादून पुलिस ने बताया कि रविवार शाम को शहर के करनपुर क्षेत्र में ‘पेइंग गेस्ट’ के रूप में रह रही दीपा मंडावी का शव कमरे में पंखे से लटका मिला था।
हफ्तेभर पहले ही PG में हुई थी शिफ्ट
दीपा देहरादून के एक संस्थान से फिजियोथेरेपी में ग्रेजुएशन कर रही थी और तृतीय वर्ष की छात्रा थी। पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। दीपा के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। दीपा मंडावी की मां और महिला आयोग की सदस्य ओजस्वी भीमा मंडावी ने बताया कि उन्हें जैसे ही घटना की खबर मिली, वह और परिवार के सदस्य रात में ही देहरादून के लिए रवाना हो गए। उन्होंने बताया कि दीपा कुछ दिन पहले ही दंतेवाड़ा स्थित अपने घर आई थी और देहरादून में वह अपनी सहेलियों के साथ किराए के कमरे रह रही थी, लेकिन सप्ताहभर पहले ही वह ‘पेइंग गेस्ट’ में शिफ्ट हुई थी।
विधायक पिता को नक्सलियों ने मार डाला
दीपा के पिता भीमा मंडावी दंतेवाड़ा विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक थे। जब वह अप्रैल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार कर रहे थे तब माओवादी हमले में उनकी मृत्यु हो गई थी। भीमा मंडावी की बेटी दीपा से पहले एक अन्य बेटी ने 2012 में रायपुर में छत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दीपा मंडावी के निधन पर दुख जताया है। (भाषा इनपुट्स के साथ)