Budget 2025: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2025 को वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश करेंगी। हेल्थ सेक्टर से जुड़े एक्सपर्ट्स ने उम्मीद जताई है कि सरकार इस सेक्टर के विकास के लिए हेल्थकेयर और इस सेक्टर में उभरती टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए उपाए करेगी। इसके साथ ही, उन्होंने सरकार से वैज्ञानिक उपलब्धियों को हासिल करने की दिशा में तेजी लाने के लिए रिसर्च और डेवलपमेंट में खर्च बढ़ाने का आग्रह किया है। हेल्थ सेक्टर में काम कर रही संस्था ब्लॉकचेन फॉर इम्पैक्ट (BFI) के फाउंडर संदीप नेलवाल ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि सरकार हेल्थ सेक्टर के विकास के लिए स्वास्थ्य सेवा और उभरती हुई टेक्नोलॉजी को प्राथमिकता देगी और जरूरी कदम उठाएगी।’’
स्वस्थ कार्यबल की जरूरतों को पूरा करेगा मजबूत बजट
संदीप नेलवाल ने कहा, ‘‘मजबूत बजट स्वस्थ कार्यबल की जरूरतों को पूरा करेगी भारत को आत्मनिर्भर बनाएगा, जो ऑन्त्रेप्रेन्यॉरियल वेंचर्स को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण है। इससे हेल्थकेयर इक्विपमेंट और मेडिसिन सेगमेंट में लोकल लेवल पर इनोवेशन और मैन्यूफैक्चरिंग भी बढ़ेगी, जिससे इंपोर्ट कॉस्ट कम होगा।’’
हेल्थ बजट को जीडीपी के 3 प्रतिशत तक बढ़ाने की मांग
आंखों के इलाज के लिए आयुर्वेदिक अस्पताल चलाने वाली घरेलू कंपनी डा. बसु ग्रुप के डायरेक्टर डॉ. मनदीप सिंह बासु ने कहा, ‘‘हम सरकार से अर्बन और रूरल, दोनों क्षेत्रों में इंफ्रा और हेल्थकेयर तक पहुंच बढ़ाने के लिए हेल्थ सेक्टर को अलॉट किए जाने वाले बजट को जीडीपी के 2.5-3.0 प्रतिशत तक बढ़ाने का आग्रह करते हैं।
रिसर्च और डेवलपमेंट में खर्च बढ़ाने की जरूरत
संदीप नेलवाल ने रिसर्च और डेवलपमेंट में खर्च बढ़ाने की वकालत करते हुए कहा, ‘‘रिसर्च और डेवलपमेंट में भारत का निवेश अपनी जीडीपी का 0.64 प्रतिशत रहा है, जबकि चीन में ये 2.41 प्रतिशत, अमेरिका में 3.47 प्रतिशत और इजराइल में 5.71 प्रतिशत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि देश वैज्ञानिक उपलब्धियों को हासिल करने की दिशा में तेजी लाने के लिए अपनी जीडीपी के कम से कम एक प्रतिशत हिस्से का निवेश करेगा।’’
पीटीआई इनपुट्स के साथ