नई दिल्ली: दिल्ली के बुराड़ी इलाके में बहुमंजिला इमारत ढहने की घटना में एक बड़े चमत्कार की बात सामने आई है। अधिकारियों द्वारा बुधवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, घटना के 24 घंटे से ज्यादा समय बाद एक परिवार के 4 लोगों को मलबे से जीवित बाहर निकाला गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार रात एक दंपति और उनके 2 नाबालिग बेटों को बचाया गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खास बात यह है कि इन सभी की जान एक गैस सिलेंडर की वजह से बची।
गैस सिलेंडर से कैसे बची चारों की जान
अधिकारियों ने बताया कि नवनिर्मित बिल्डिंग की छत का एक हिस्सा रसोई गैस सिलेंडर पर गिरा जिससे मलबा उन पर नहीं गिरा और वे दबने से बच गए। अगर मौके पर गैस सिलेंडर नहीं होता तो भारी-भरकम मलबा चारों के ऊपर गिर सकता था, और फिर कुछ भी हो सकता था। ‘ऑस्कर पब्लिक स्कूल’ के पास 4 मंजिला आवासीय इमारत सोमवार शाम ढह गई थी जिसमें 2 नाबालिगों सहित 5 लोगों की मौत हो गई। पुलिस उपायुक्त (उत्तर) राजा बांठिया ने कहा, ‘बचाव अभियान अभी जारी है और बुधवार देर रात तक इसके जारी रहने की संभावना है।’
‘अब तक 16 लोगों की जान बचाई गई’
बांठिया ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और दिल्ली अग्निशमन सेवा की कई टीम रात-दिन काम कर रही हैं।’ उन्होंने बताया कि अब तक 21 लोगों को मलबे से बाहर निकाल लिया गया है, जिसमें से 16 की जान बच गई और 5 लोगों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, 2 मृतकों की पहचान 17 साल की साधना और 7 साल की राधिका के रूप में हुई है और दोनों बहनें हैं। अन्य तीन मृतक 42 वर्षीय अनिल गुप्ता और 22 वर्षीय मजदूर मोहम्मद सरफराज और 40 वर्षीय मोहम्मद कादिर हैं।
200 वर्ग गज में फैली थी इमारत
पुलिस ने बताया कि घायलों की पहचान बिल्डिंग के चौकीदार लालता प्रसाद, उसकी पत्नी सविता और उनके 6 बच्चों, अजय, छोटी, खुशी, प्रियंका, सोनिया और सिमरन के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि उनके 2 अन्य बच्चों, साधना और राधिका की मौत हो गई। अन्य घायलों की पहचान नहीं हो पाई है। दिल्ली पुलिस ने सोमवार की रात एक बयान में कहा कि उसे शाम लगभग 7 बजे इमारत ढहने की सूचना मिली। यह इमारत 200 वर्ग गज में फैली थी और नई बनी थी।
चौकीदार ने बिल्डर के खिलाफ कराई FIR
बता दें कि बिल्डिंग के चौकीदार लालता प्रसाद ने बुराड़ी थाने में इमारत के बिल्डर योगेन्द्र भाटी के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। प्रसाद ने आरोप लगाया कि उन्होंने बिल्डकर को बिल्डिंग में आ रही दरारों और कमजोर पिलर्स के बारे में चेतावनी दी थी, लेकिन भाटी ने इसे नजरअंदाज कर दिया और दरारों को छिपाने के लिए POP लगवा दिया। चौकीदार ने कहा कि भाटी ने कथित रूप से कहा था कि यह मकान वह बेचने के लिए बनवा रहा है और ‘कोई जिए या मरे, मुझे क्या?’ पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।