दिनेश लाल यादव निरहुआ
भोजपुरी एक्टर और एक्ट्रेस दुनिया भर में अपनी फिल्मों और गानों की वजह से चर्चा में बने हुए हैं। उन्हीं में से एक दिनेश लाल यादव निरहुआ हैं जो किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उन्हें सिंगर बनने का बचपन से शौक था। पिता के लाख मना करने के बाद भी वह नहीं माने और भोजपुरी सिनेमा में कदम रखा। उन्होंने अपने दम पर इंडस्ट्री और दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई है। भोजपुरी सुपरस्टार निरहुआ कि भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी तगड़ी फैन फॉलोइंग है। भोजपुरी सिनेमा में इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए बहुत मेहनत की थी। दिनेश लाल निरहुआ ने अभिनेता से नेता तक का सफर तय किया है। उनके गाने और फिल्मों का अभी भी फैंस बेसब्री से इतंजार करते हैं।
झोपड़पट्टी से निकल बना सुपरस्टार
आज निरहुआ भले ही इंडस्ट्री के हाईएस्ट पेड स्टार्स में से एक हैं, लेकिन एक वक्त पर उनके घर में खाने के लिए भी पैसे नहीं थे। हालांकि, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपनी कड़ी मेहनत के दम पर यह शानदार मुकाम हासिल किया है। दिनेश के सुपरस्टार बनने के पहले उन्होंने अपनी जिंदगी में गरीबी में बचपन बिताया है। दिनेश लाल गाजीपुर के छोटे से गांव के रहने वाले हैं। उनके घर की हालत इतनी खराब थी कि उनके पिता कमाने के लिए कोलकाता चले गए थे। वहां उनके साथ निरहुआ भी गए। वो वहां एक झोपड़पट्टी में रहते थे। निरहुआ ने बीकॉम की पढ़ाई की, लेकिन किस्मत ऐसी चमकी वह मुंबई पहुंच गए।
निरहुआ भोजपुरी सिनेमा पर कर रहे राज
दिनेश लाल यादव के पिता चाहते थे कि वो अच्छी कमाई करें, जिससे परिवार की गरीबी दूर हो जाए, लेकिन उन्होंने भाई विजय लाल यादव को देखकर सिंगर बनने का फैसला किया। निरहुआ ने अपने परिवार को सपोर्ट करने के लिए शादियों में गाना गाने लगे। वहीं जब उन्हें मौका मिला तो साल 2003 में ‘निरहुआ सटल रहे’ म्यूजिक एल्बम से तहलका मच दिया। इसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। डेब्यू के बाद 2 साल तक स्ट्रगल करने के बाद निरहुआ की जिंदगी तब पूरी तरह बदल गई जब 2008 में उनकी फिल्म ‘निरहुआ रिक्शावाला’ रिलीज हुई थी।