लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि लोकसभा और राज्यों के विधानसभा चुनावों के बीच हिमाचल प्रदेश की आबादी के बराबर लगभग 70 लाख मतदाताओं को महाराष्ट्र की मतदाता सूची में जोड़ा गया। उनके इस आरोप का महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने करारा जवाब दिया है। फडणवीस ने कहा, “आत्मनिरीक्षण के बजाय, आप बदनामी में लगे हुए हैं। महाराष्ट्र के लोग आपको इसके लिए माफ नहीं करेंगे। आप कितना भी माफी मांगें!”
आत्मचिंतन करें-फडणवीस की राहुल को सलाह
फडणवीस ने आगे कहा, “महाराष्ट्र का अपमान करने के बजाय आप आत्मचिंतन करें! आपने छत्रपति शिवाजी महाराज, भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर, महात्मा फुले और वीर सावरकर की भूमि महाराष्ट्र के लोगों का अपमान किया है। आपने महाराष्ट्र के लोगों द्वारा एनडीए को दिए गए लोकतांत्रिक जनादेश पर सवाल उठाया है, सिर्फ इसलिए कि यहां से आपकी पार्टी चुनाव हार गई।”
राहुल गांधी ने चुनाव प्रणाली को बताया था गंभीर समस्या
राहुल गांधी ने पिछले महीने भी आरोप लगाया था कि देश की चुनाव प्रणाली में एक “गंभीर समस्या” है और चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि चुनावों में पारदर्शिता हो। यह कहते हुए कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में “बहुत कुछ गलत” हुआ है, उन्होंने कहा था कि कांग्रेस और विपक्ष महाराष्ट्र और हरियाणा चुनावों की मतदाता सूची मांग रहे हैं, जिसे चुनाव निकाय उपलब्ध कराने से इनकार कर रहा है।
चुनाव आयोग ने दी थी जानकारी
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर दिए गए राहुल के बयान और चुनाव आयोग के आंकड़ों में विरोधाभास है। राहुल गांधी के दावे और तथ्य अलग अलग हैं। बता दें कि आयोग ने इस बारे में कांग्रेस को 24 दिसंबर को ही जानकारी दे दी थी, लेकिन इसके बाद भी राहुल गांधी ने संसद में मुद्दा उठाया।
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