झारसुगुड़ा: ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में रहने वाले मानस अती को पुलिस ने 25 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। उस पर आरोप था कि उसने एक बिजली आपूर्ति कंपनी के छह बिजली के खंभे चोरी किए, जिनकी कुल कीमत दो लाख रुपये से ज्यादा थी। यह मामला कोलाबिरा थाना पुलिस के पास दर्ज हुआ था।
कोर्ट ने दी अनोखी सजा
सोमवार को ओडिशा हाई कोर्ट ने एक अनोखी शर्त के साथ उसे जमानत दे दी । कोर्ट ने आदेश दिया कि मानस को अपने गांव और आसपास के इलाकों में 200 पौधे लगाने होंगे और उनकी देखभाल करनी होगी।
इसके अलावा उसे हर 15 दिन में पुलिस के पास हाजिरी देनी होगी और सबूतों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करनी होगी। कोर्ट ने यह भी कहा कि पौधों की व्यवस्था जिला नर्सरी करेगी और वन विभाग, पुलिस और राजस्व अधिकारी इस काम में मदद करेंगे। मानस को आम, नीम और इमली जैसे पेड़ लगाने होंगे, जो पर्यावरण के लिए फायदेमंद होंगे।
दिसंबर में एक चोर के साथ हुई थी बर्बरता
इससे पहले दिसंबर 2024 में ओडिशा के बालासोर जिले में चोरी के शक में चार युवकों को बेरहमी से पीटने की खबर सामने आई थी। इस घटना में 32 साल के त्रिलोचन की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस घटना में 35 वर्षीय सतीश सिंह, 31 वर्षीय तपुआ महंती और 19 वर्षीय तपन प्रधान गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
पुलिस ने बताया था कि सारा गांव में अजय दास नाम के व्यक्ति की कपड़े की दुकान में चोरी हुई थी, जिसके बाद त्रिलोचन और उसके साथियों पर शक जताया गया था और ग्रामीणों ने चारों युवकों को ओडिशला चौक पर बिजली के खंभे से बांधकर पीटा था। इसी घटना में युवक की मौत हो गई थी। ये घटना काफी चर्चा में रही थी। (इनपुट: ओडिशा से शुभम कुमार)