ऐश्वर्या राय से भी हसीन थी नीली आंखों वाली ये हसीना, कहलाई डुप्लीकेट, अब इंडस्ट्री छोड़ बिता रहीं ऐसी जिंदगी


Sneha ullal

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स्नेहा उल्लाल।

बॉलीवुड में अपनी जगह पक्की कर पाना कोई आसान बात नहीं। कई बार एक्टर्स को बड़ी फिल्मों में काम जरूर मिल जाता है, लेकिन उनका फिल्मी करियर सफल नहीं हो पाता। ऐसा कई बार देखा गया कि बड़े मेगा स्टार्स के साथ हीरोइनों ने डेब्यू किया और खूब लाइमलाइट बटोरी लेकिन इसके बाद उनका करियर हिचकोले खाने लगा और ऐसा दौर आया कि वो काम की मोहताज हो गई। आज ऐसी ही एक एक्ट्रेस के बारे में आपको बताएंगे, जिसने कड़ी मेहनत की, पहली ही फिल्में अपनी क्यूटनेस से दिल जीता और नीली आंखों के चलते ऐश्वर्या राय की हमशक्ल भी कहलाई, लेकिन ये सब उनके काम नहीं आया और उनके हात गिनती की फिल्में ही लगीं। 

ऐश्वर्या से तुलना ने डुबोया करियर

फिल्मों में अच्छी एक्टिंग करने के बाद भी ये एक्ट्रेस सिर्फ सुपरस्टार ऐश्वर्या राय का हमशक्ल बन कर रह गई। भले ही पहली फिल्म में इन्हें इसके चलते हाइप मिली, लेकिन आगे चलकर यही उनके लिए सबसे बड़ी मुसीबत बनी। आज हम जिस हीरोइन की बात कर रहे हैं वो कोई और नहीं बल्कि स्नेहा उल्लाल हैं। सलमान खान के साथ इन्होंने पहली ही फिल्म में काम किया और घर-घर में फेमस हो गईं। ‘लकी नो टाइम फॉर लव’ में उन्हें लोगों ने पसंद किया। उनकी क्यूटनेस पर कई लोग मरमिटे, लेकिन इस सबका कोई फायदा नहीं हुआ और एक्ट्रेस एक फ्लॉप स्टार बन गईं। 

फ्लॉप रहीं बॉलीवुड फिल्में

स्नेहा की तुलना लगातार ऐश्वर्या राय से की गई। लोगों ने कहा कि उनकी आंखें और चेहरा बिल्कुल विश्व सुंदरी की तरह ही लगता है। स्नेहा उल्लाल मस्कट, ओमान में जन्मी और पली-बढ़ी हैं। उनकी डेब्यू फिल्म ‘लकी’ 2005 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी, लेकिन यह फिल्म फ्लॉप रही। फिर स्नेहा सोहेल खान के साथ ‘आर्यन: द अनब्रेकेबल’ में नजर आईं। ये फिल्म भी फ्लॉप रही और स्नेहा का सिक्का बॉलीवुड में नहीं चल सका। इसके बाद उन्होंने साउथ सिनेमा का रुख किया। उन्होंने 2008 में ‘उल्लासमगा उत्सवमगा’ से तेलुगु में डेब्यू किया। इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर अच्छा रिस्पॉन्स मिला और स्नेहा के अभिनय की भी तारीफ हुई। इसके बाद उन्होंने नागार्जुन के साथ ‘किंग’ में काम किया और फिर से बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया।

साउथ फिल्मों में करती हैं काम

स्नेहा ने फिर से बॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमाई। वो साल 2010 में ‘काश… मेरे होते’ से वापसी कीं, लेकिन फिल्म डूब गई। इसी साल उन्होंने ‘सिम्हा’ में नंदमुरी बालकृष्ण के साथ अभिनय किया और ये फिल्म एक ब्लॉकबस्टर बन गई। स्नेहा को आखिरी बार ‘लव यू लोकतंत्र’ में देखा गया था जो साल 2022 में रिलीज हुई थी। वह अब जल्द ही ‘साको 363’ में दिखाई देंगी। इसके अलावा अब स्नेहा एक एनिमल एक्टिविस्ट बन गई हैं। वो कई कुत्तों के अलावा कई पक्षियों को भी पाल रही हैं। स्नेहा एक विगन हैं और जानवरों के बीच ज्यादा वक्त बिताती हैं। उनके घर में कौवे और कबूतरों को भी पनाह मिल गई है। पूरी तरह से स्नेहा एक एनिमल लवर हैं।

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