वीरेंद्र सचदेवा, बीजेपी अध्यक्ष
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को करारी मात देने के बाद भारतीय जनता पार्टी में नए जोश का संचार हुआ है। 27 साल बाद पार्टी को दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने का मौका मिला है। बीजेपी दिल्ली की 70 में से 48 सीटें जीतकर बहुमत से काफी आगे निकल चुकी है। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बताया कि आम आदमी पार्टी के खिलाफ लोगों के अंदर काफी गुस्सा था। उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल का भी जवाब दिया।
पीएम मोदी के सुशासन मॉडल में लोगों का भरोसा
प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के सवाल पर वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री के बारे में जल्द ही केंद्रीय नेतृत्व द्वारा फैसला लिया जाएगा। वहीं दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी की सत्ता में वापसी के मुख्य कारण से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके सुशासन मॉडल में लोगों के भरोसे का परिणाम है। बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की। हमने सीवर, पानी की समस्या, खराब सड़कें और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित किया। हम लोगों से जुड़ने और उन्हें यह समझाने में सफल रहे कि पीएम मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन वाली सरकार लोगों की समस्याओं को सुलझा सकती है और राष्ट्रीय राजधानी को विकास के तेज़ रास्ते पर ले जा सकती है। यह शानदार जीत स्वाभाविक थी क्योंकि हमने शासन में उनकी विफलता और भ्रष्टाचार के कारण AAP के खिलाफ गुस्सा देखा।
गारंटी को लागू करना हमारी प्राथमिकता
भाजपा सरकार की प्राथमिकताएं क्या होंगी? इस सवाल के जवाब ने वीरेद्र सचदेवा ने कहा, चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोगों को दी गई गारंटी को लागू करना हमारी प्राथमिकता होगी। बीजेपी की सरकार सभी गारंटियों को पूरा करेगी। हम स्वास्थ्य सेवा का लाभ देने के लिए आयुष्मान भारत योजना लागू करेंगे। क्योंकि आम आदमी पार्टी की सरकार ने इसे लागू नहीं किया और दिल्ली की जनता इससे वंचित रह गई। हम 2,500 रुपये मासिक भत्ता देने और सड़कों की मरम्मत करने के अपने वादे को पूरा करेंगे। हम समावेशी विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए दिल्ली को विश्व स्तरीय शहर बनाएंगे।
AAP की हार की क्या वजह रही?
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ़ सत्ता में आई थी और इस वादे के साथ कि वे बड़ी गाड़ियां और बंगले नहीं लेंगे। 2020 में जब लोग कोविड के कारण मर रहे थे, तब केजरीवाल शीश महल बनाने में व्यस्त थे। वे कितने असंवेदनशील थे इसका पता इसी से चलता है। वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यह AAP के अंत की शुरुआत हो गई थी। AAP नेताओं की हार कई अन्य वजहों जैसे शराब घोटाला, शीश महल घोटाला, क्लासरूम घोटाला आदि के कारण हुई है। AAP नेताओं ने पिछले पांच साल भ्रष्टाचार और उसे छिपाने में बिताए। उन्होंने लोगों के लिए कोई काम नहीं किया, जबकि आम जनता समस्याओं से ग्रस्त रही। आम आदमी पार्टी के नेता इस जमीनी हकीकत से अनजान थे।