माघ पूर्णिमा
माघ पूर्णिमा का दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को समर्पित है। इस दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लेकर संसार को भयानक प्रलय से बचाया था। इसी कारण माना जाता है कि इस दिन भगवान जल में निवास करते हैं और गंगा व अन्य नदियों के स्नान को महत्व है। साथ ही इस दिन सत्यनारायण कथा का भी विधान है। इस दिन जातक को शाम में इस कथा को जरूर सुनना चाहिए। साथ ही शाम में चंद्रदेव को अर्घ्य भी जरूर देना चाहिए।
धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, इस दिन गंगा स्नान का विधान है और इसीलिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा समेत अन्य पवित्र नदियों में डुबकी लगाते हैं, इसके बाद मंत्रों का उच्चारण करते हैं और दान-पुण्य करते हैं।
अपनी राशि अनुसार जपें मंत्र
- मेष राशि वालों को माघ पूर्णिमा के दिन स्नान के बाद ‘ॐ विष्णवे नमः और ॐ गंगायै नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए।
- वृषभ राशि वालों को स्नान के बाद कुंभ संक्रांति के दिन ‘ॐ जगन्नाथाय नमः और ॐ अनलायै नमः’ मंत्र का जप करना चाहिए।
- कर्क राशि वालों को पूर्णिमा के दिन ‘ॐ हृषीकेशाय नमः और ॐ अव्ययायै नमः’ मंत्र का जप करना चाहिए।
- मिथुन राशि वालों को माघ पूर्णिमा पर ‘ॐ नारायणाय नमः और ॐ भागीरत्यै नमः’ मंत्र का जप करना चाहिए।
- सिंह राशि वालों को माघ पूर्णिमा पर ‘ॐ चक्रपाणये नमः और ॐ श्रीमत्यै नमः’ मंत्र का जप करना चाहिए।
- कुंभ राशि वालों को माघ पूर्णिमा के दिन ‘ॐ वामनाय नमः और ॐ जाह्नव्यै नमः’ मंत्र का जप करना चाहिए।
- कन्या राशि वालों को स्नान के बाद ‘ॐ हंसाय नमः और ॐ जयायै नमः’ मंत्र का जप करना चाहिए।
- वृश्चिक राशि के लोगों को माघ पूर्णिमा के दिन ‘ॐ श्रीधराय नमः और ॐ जगन्मात्रे नमः’ मंत्र का जप करना चाहिए।
- तुला राशि वालों इस दिन ‘ॐ गोविन्दाय नमः और ॐ रम्यायै नमः’ मंत्र का जप करना चाहिए।
- मीन राशि वाले लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए ‘ॐ रामाय नमः और ॐ शुभायै नमः’ मंत्र का जप सकते हैं।
- धनु राशि वालों को माघ पूर्णिमा के दिन ‘ॐ श्रीमते नमः और ॐ शरण्यै नमः’ मंत्र का जप करना शुभ रहेगा।
- मकर राशि वालों के लिए ‘ॐ देवाय नमः और ॐ पापहन्त्र्यै नमः’ मंत्र का जप करना चाहिए।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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