अरुणोदय सिंह
विरासत में मिली शोहरत को छोड़ना हर किसी के लिए आसान नहीं है। लेकिन जुनूनी लोग अपने सपनों की खलबली में सोने से सजा सिंहासन छोड़कर भी लोग पथरीला रास्ता चुनने से नहीं घबराते। एक ऐसी ही कहानी बॉलीवुड एक्टर की भी है जिसके दादा पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रहे। इतना ही नहीं पिता ने 5 बार विधायकी का ताज पहना और मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। लेकिन इन दोनों दिग्गज नेताओं के लाडले ने विरासत की सियासत को ठोकर मारकर फिल्मी दुनिया की राह चुनी। फिल्मी दुनिया में आते ही इस हीरो ने अपनी खास पहचान बनाई और बड़े-बड़े हीरोज के सिंहासन हिला दिए। 6 फीट और 2 इंच लंबी कद काठी और सुडौल बॉडी वाला ये हीरो अब तक 27 से ज्यादा फिल्मों और सीरीज में काम कर चुका है। इतना ही नहीं इनकी सीरीज और फैन फॉलोइंग भी काफी अलग है। इनका नाम है अरुणोदय सिंह और इनके दादा अर्जुन सिंह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं।
सियासी सिंहासन छोड़ बने हीरो
17 फरवरी 1983 को जन्मे अरुणोदय सिंह भले ही सियासी परिवार से ताल्लुक रखते हैं लेकिन उनका मन बचपन से ही फिल्मी दुनिया में रहा है। अरुणोदय सिंह बड़े होते ही फिल्मों में हीरो बनने के सपने देखने लगे। अपने दादा और पिता की तरह सियासी दुनिया से इतर अरुणोदय सिंह मुंबई पहुंच गए। यहां अरुणोदय ने 2009 में ‘सिकंदर’ नाम की फिल्म से करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद आइशा, ‘मिर्च’ और ‘ये साली जिंदगी’ जैसी फिल्मों में काम किया। इसके बाद ‘जिस्म-2’ में भी अच्छा किरदार निभाया। साल 2014 में अरुणोदय सिंह ने वरुण धवन के साथ फिल्म ‘मैं तेरा हीरो’ में भी काम किया। इस फिल्म में अरुणोदय हीरो बने वरुण धवन पर भारी पड़े थे।
फिल्मों से ज्यादा ओटीटी ने दिलाई पहचान
अरुणोदय सिंह एक शानदार पर्सनालिटी के मालिक हैं। कई फिल्मों में धमाकेदार काम करने के बाद भी अरुणोदय को कोई खास पहचान नहीं मिल सकी थी। लेकिन ओटीटी की दुनिया में धमाकेदार एंट्री करने के बाद अरुणोदय को अलग पॉपुलरिटी मिली। अपहरण सीरीज में अरुणोदय का किरदार काफी हिट रहा था। इस किरदार को लोगों ने काफी पसंद किया था और बड़े स्तर पर उन्हें काफी सराहा गया था। बीते साल 2024 में रिलीज हुई नेटफ्लिक्स की सीरीज ‘ये काली काली आंखें’ में अरुणोदय ने एक शूटर का किरदार निभाया था। इस किरदार को लोगों ने न केवल पसंद किया बल्कि काफी तारीफ भी हुई। अब जल्द ही अरुणोदय डर्टी हीरोज में नजर आने वाले हैं।
चाहते तो बन सकते थे विधायक
अरुणोदय सिंह ने अपने परिवार की सियासत छोड़कर फिल्मी रास्ता अपनाया है। अगर अरुणोदय चाहते तो अपनी पैत्रिक सीट चुरहट से विधायक का चुनाव लड़कर राजनीति में भी अपना नाम कमा सकते थे। लेकिन अरुणोदय ने अपने करियर के लिए अलग रास्ता चुना। अरुणोदय ने साल 2016 में कनाडा मूल की रहने वाली ली एल्टन से शादी रचाई थी। अब अरुणोदय अपनी पत्नी एल्टन के साथ मुंबई में रहते हैं। साथ ही अपने इंस्टाग्राम पर अक्सर तस्वीरें शेयर करते रहते हैं। अरुणोदय को अब जल्द ही नए प्रोजेक्ट में देखा जा सकता है।