प्रतीकात्मक फोटो
रोम: इटली में अमेरिका के एक नौसैन्य हवाई अड्डे पर बुधवार को बम से हमले के अलर्ट ने खलबली मचा दी। सुरक्षा बलों को नौसैन्य अड्डे पर संभावित कार बम धमाके का अलर्ट प्राप्त होने के बाद कई घंटों तक बंद रखना पड़ा। हालांकि, बाद में अधिकारियों ने संदिग्ध वस्तु की जांच की और पाया कि इससे कोई खतरा नहीं है। अमेरिकी नौसेना की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, सुरक्षा बलों को सिगोनेला नौसैन्य हवाई अड्डे (एनएएस) को विस्फोटकों से लदी कार से निशाना बनाए जाने को लेकर सतर्क किया गया था, जिसके बाद प्राधिकारियों ने जांच के लिए हवाई अड्डे के एक हिस्से को खाली करा दिया और पूरे परिसर को बंद कर दिया।
बयान के अनुसार, इतालवी पुलिस और बम निरोधक दस्ते के कर्मियों ने “संदिग्ध वस्तु की जांच की और पाया कि इससे कोई खतरा नहीं है।” इटली के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने बताया कि एक “गलत सुरक्षा अलर्ट के कारण सभी आवश्यक प्रक्रियाएं बाधित हो गईं।” इससे पहले, खबर आई थी कि सिगोनेला नौसैन्य हवाई अड्डा अज्ञात घटना के कारण कई घंटों तक बंद रहा। हवाई अड्डे के आधिकारिक फेसबुक पेज पर जारी शुरुआती पोस्ट में कहा गया था, सिगोनेला को “एक घटना के कारण” बंद कर दिया गया है। पोस्ट के मुताबिक, जो कुछ भी हुआ, वह नौसैन्य हवाई अड्डे के द्वार पर हुआ। इसमें कर्मचारियों से आग्रह किया गया था कि वे “हाईवे एसपी105 पर मारिनाई हाउसिंग कॉम्प्लेक्स और हवाई अड्डे के एक हिस्से के बीच यात्रा करने से बचें।”
टोही विमान और एमक्यू-4 सी ड्रोनों की हुई तैनाती
पोस्ट में यह नहीं बताया गया था कि हवाई अड्डे पर क्या हुआ। कुछ घंटे बाद जारी एक अन्य पोस्ट में कहा गया था कि स्थिति पर काबू पा लिया गया और हवाई अड्डे के आसपास यातायात की फिर से अनुमति दे दी गई है। इसमें कहा गया था, “हम त्वरित प्रतिक्रिया के लिए नौसेना सुरक्षा बल के कर्मियों के आभारी हैं।” अमेरिकी नौसेना की प्रवक्ता लेफ्टिनेंट एंड्रिया पेरेज ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा था कि घटना में “कोई हताहत नहीं हुआ है।’’ एनएएस सिगोनेला सिसिली द्वीप पर कैटेनिया के बाहर इटली के एक वायुसेना अड्डे पर स्थित है और यह अमेरिका तथा नाटो बलों को क्षेत्र में कमान एवं नियंत्रण प्रदान करता है। इसे भूमध्य सागर पर रणनीतिक रूप अहम सैन्य प्रतिष्ठान के रूप में देखा जाता है, जहां से यूरोप, अफ्रीका और एशिया में तैनाती संभव है। एनएएस सिगोनेला पर अमेरिकी नौसेना के पी-8 पोसाइडन टोही विमान और एमक्यू-4सी ट्राइटन ड्रोन तैनात किए गए हैं। (एपी)