प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी के अन्य नेताओं के साथ सुवेंदु अधिकारी।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार की ‘ईमानदारी’ पर सवाल उठाया है। अधिकारी ने कहा कि उन्होंने इस मामले पर निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है। बीजेपी के कद्दावर नेताओं में शुमार अधिकारी ने कहा कि किसी अफसर की ईमानदारी पर सवाल नहीं उठाया जा सकता यदि उसने अपनी नौकरी के तहत किसी विशेष विभाग या मंत्रालय में काम किया हो। अधिकारी ने कहा, ‘उन्होंने (बनर्जी ने) राज्य में सभी संवैधानिक निकायों को निष्क्रिय कर दिया है और अब मुख्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति पर सवाल उठा रही हैं, जो पारदर्शी तरीके से की गई है।’
ममता बनर्जी ने ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति पर जताई थी चिंता
पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) को एक अन्य चिट्ठी देने के बाद बीजेपी नेता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दावा किया कि बनर्जी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में कुमार की ‘ईमानदारी’ पर सवाल उठाया है। बनर्जी ने CEC के रूप में ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति पर चिंता जताते हुए गुरुवार को आरोप लगाया था कि बीजेपी संवैधानिक निकाय पर प्रभाव डालने का प्रयास कर रही है। कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में तृणमूल कांग्रेस के राज्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए बनर्जी ने बीजेपी पर चुनाव आयोग के कथित समर्थन से अन्य राज्यों के फर्जी मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जोड़ने का भी आरोप लगाया था।
‘सीएम ने अधिकारियों की ईमानदारी पर निराधार आरोप लगाए’
ममता बनर्जी ने दावा किया कि बीजेपी ने दिल्ली और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के लिए भी इसी तरह की रणनीति अपनाई थी। सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि प्रभारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष यह मांग भी रखी गई है कि जिलों में सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक डिजिटल कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाए और उन्हें आश्वस्त किया जाए कि वे बिना किसी डर के स्वतंत्र रूप से काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त रिटर्निंग अधिकारियों और अन्य निर्वाचन अधिकारियों की ईमानदारी के बारे में निराधार आरोप लगाए हैं।’ (भाषा)