अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू।
वाशिंगटन: इजरायली सेना अब पहले से और अधिक ताकतवर होने जा रही है। अमेरिका ने इजरायल के साथ बड़े हथियार समझौते को मंजूरी दे दी है। ट्रंप प्रशासन शुरू से ही इजरायल पर मेहरबान रहा है।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले प्रशासन ने संसद (कांग्रेस) में समीक्षा की सामान्य प्रक्रिया को दरकिनार करते हुए इजरायल को लगभग तीन अरब अमेरिकी डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दे दी है।
अमेरिकी कांग्रेस को शुक्रवार देर शाम भेजी गई अधिसूचनाओं में विदेश मंत्रालय ने बताया कि उसने 2.04 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य के 35,500 से अधिक एमके 84 और बीएलयू-117 बम और 4,000 ‘प्रीडेटर’ आयुध की बिक्री संबंधी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। मंत्रालय ने बताया कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि आपात स्थिति के कारण अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुए इजरायल सरकार को तत्काल उपरोक्त रक्षा सामग्री और रक्षा सेवाएं बेचे जाने की आवश्यकता है। इसलिए कांग्रेस की समीक्षा संबंधी अनिवार्यताओं से छूट ली जा रही है।’’
अगले साल से शुरू होगी हथियारों की सप्लाई
अमेरिका के मंत्रालय ने कहा कि हथियारों की आपूर्ति अगले साल से शुरू होगी। मंत्रालय ने यह भी कहा कि रुबियो ने इजराइल को 67 करोड़ 57 लाख अमेरिकी डॉलर मूल्य का अतिरिक्त गोला-बारूद बेचने को मंजूरी दी है, जिसकी आपूर्ति 2028 से आरंभ की जाएगी। उसने कहा कि इसके अलावा रुबियो ने 29 करोड़ 50 लाख अमेरिकी डॉलर मूल्य के डी9आर और डी9टी कैटरपिलर बुलडोजर की आपातकालीन बिक्री को भी मंजूरी दी है। (एपी)