
थाने में शादी के बाद प्रेमी युगल
जमुई: आखिरकार प्यार की ही जीत हुई और बिछड़ने से पहले एक- दूजे का प्यार मिल गया। सच्चे प्यार के आगे पुलिस से लेकर सामाज व परिवार वालों को झुकना पड़ा। ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला जमुई में सामने आया है। यहां बॉयफ्रेंड का रिश्ता दूसरी जगह तय होने की खबर सुनकर गर्लफ्रेंड दौड़ी हुई बरहट थाना पहुंच गई और शिकायत दर्ज कराई। प्रेमी को थाने बुलवा कर थानेदार के सामने थाना परिसर में ही शादी रचा ली।
थाने में हुआ हाईवोल्टेज ड्रामा
इस प्रेमी जोड़े की शादी का गवाह दोनों परिवार वालों के साथ थाना की पुलिस भी बन गई। इसके बाद थानाध्यक्ष ने दोनों प्रेमी जोड़े को उनके परिजन के हवाले कर दिया। हालांकि इससे पूर्व काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच हाईवोल्टेज ड्रामा चला। जमकर बहस भी हुई लेकिन दोनों प्रेमी जोड़े के बालिग होने की स्थिति में किसी की नहीं चली और दोनों पक्षों को शादी को स्वीकार करना पड़ा।
इस तरह हुई दोनों की मुलाकात
बताया जाता है कि बरहट थाना क्षेत्र के भूदानपूरी गांव निवासी नरेश मांझी के 20 वर्षीय पुत्र संदीप मांझी लखिसराय जिले में नर्सिंग की पढ़ाई करता है। एक साल पहले संदीप मांझी फेसबुक के माध्यम से मटिया मोहनपुर गांव निवासी तुलो मांझी की पुत्री सुहाना कुमारी के संपर्क आया।
दोनों के बीच पहले ऑनलाइन चैटिंग से शुरू हुआ यह रिश्ता धीरे-धीरे प्यार में बदल गया। फिर दोनों के बीच फोन पर बातें होने लगी। प्यार दोनों के बीच और गहरा होता गया। साथ जीने- मरने की कसमें भी खा ली। इस दौरान दोनों के बीच मिलन भी होती थी। लेकिन संदीप के घरवालों ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी तो यह बात सुहाना को बर्दाश्त नहीं हुई।
प्रेमी युगल के जिद के आगे झुके परिजन
जैसे ही उसे इस बारे में पता चला वह बिना देर किए बरहट थाना पहुंची और थानाध्यक्ष से न्याय की गुहार लगाई। उसने पुलिस को आवेदन देकर संदीप से शादी करने की इच्छा जाहिर की। थानाध्यक्ष ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत संदीप को बुलवाया। इसके बाद थाना परिसर में दोनों पक्षों के बीच जमकर बहस हुई। काफी हंगामे के बाद प्रेमी जोड़े ने शादी करने की जिद पकड़ ली। उनकी जिद के आगे किसी की एक न चली और आखिरकार थाना परिसर स्थित बजरंगबली मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से उनकी शादी करवा दी गई। इस शादी के बाद दोनों परिवारों ने भी नवविवाहित जोड़े को अपना आशीर्वाद दिया। पुलिस ने सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्हें घर भेज दिया।
रिपोर्ट- मो. अंजुम आलम, जमुई