
दरोगा राजेंद्र सरोज
पुलिस का जनता से रिश्वत लेना आम बात हो गई है, हालांकि यूपी सरकार करप्शन को खत्म करने की दिशा में कई कदम उठा रही है, लेकिन थाने में बैठे अफसर मनाने को तैयार नहीं। ऐसे ही एक मामला यूपी के उन्नाव जिले के एक कोतवाली से आया है, जहां दरोगा एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों घूस लेते धरा है। लोगों ने इस वाकये का वीडियो भी बना लिया है।
रंगे हाथ धरे गए दरोगा
मामला उन्नाव की पुरवा कोतवाली का है, जहां तैनात एक दरोगा को एंटी करप्शन टीम में उस वक्त रंगे हाथ पकड़ लिया, जब दरोगा पुरवा कोतवाली के बाहर बने जनरल स्टोर पर रिश्वत ले रहे थे। वहीं दरोगा को पकड़े जाने पर इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने दरोगा को दबोचते हुए एंटी करेप्शन टीम का वीडियो वायरल कर दिया। मामले में पुलिस अधीक्षक दीपक भूखर ने दरोगा राजेंद्र सरोज पर विभागीय कार्रवाही करते हुए तत्काल निलंबित कर दिया है।
दीवान पद से प्रमोशन पाकर बने थे एसआई
पुरवा कोतवालो में तैनात दरोगा राजेंद्र सरोज बीते दिसम्बर माह में दीवान पद से प्रमोशन पाकर सब इंस्पेक्टर बनकर पुरवा कोतवाली में तैनात थे। एक दुर्घटना के मुकदमे के मामले में विवेचना के दरोगा ने पीड़ित पक्ष से मदद के एवेज में 5000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। वहीं पीड़ित दुकानदार ने पुलिस दरोगा द्वारा रिश्वत मांगने की मांग करने की शिकायत विजिलेंस टीम से की थी जिसके बाद विजलेंस टीम ने दरोगा राजेंद्र सरोज को कोतवाली के बाहर बनी एक जनरल शॉप में 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तर कर लिया।
निलंबित कर दिए गए दरोगा
दरोगा को एंटी करेप्शन टीम बीच सड़क पर पकड़े जाने के बाद हड़कंप मच गया। वही स्थानीय लोगों ने टीम द्वारा दरोगा को दबोचे जाने का वीडियो बना लिया, जिसमें दरोगा को टीम के कई लोगों ने पकड़ रखा है, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे की सोशल मीडिया पर रिश्वत खोरी को लेकर कड़ी आलोचना की जा रही है। वहीं मामले उन्नाव पुलिस अधीक्षक दीपक भूखर ने विभागीय कार्रवाही करते हुए आरोपी दरोगा राजेंद्र सरोज को तत्काल निलंबित कर विभागीय जाँच के आदेश दिए है।
(उन्नाव से नवीन सिंह की रिपोर्ट)
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