
संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान के पिता का सामने आया बयान
अयोध्या: अयोध्या के राम मंदिर पर हमले की साजिश में संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान गिरफ्तार किया गया है। उसकी गिरफ्तारी पर उसके पिता का बड़ा बयान सामने आया है। अब्दुल रहमान के पिता अबु बकर ने कहा, ‘अगर मेरा बेटा दोषी है तो उसे सजा मिलनी ही चाहिए।’
अबु बकर ने और क्या कहा?
अबु बकर ने बताया कि 9 मार्च को एसटीएफ ने थाना इनायतनगर में बेटे से मुलाकात कराई थी। अबु बकर ने बेटे से कहा कि अगर तुमने गुनाह किया है तो जो तुम्हें सजा मिले, उसे हंसकर कबूल कर लेना। अगर तुम निर्दोष हो तो हम सरकार से मांग करेंगे कि उसके साथ अन्याय ना हो।
बता दें कि 9 मार्च को एसटीएफ पलवल अब्दुल रहमान को लेकर उसके पैतृक आवास मजनाई गांव आई थी। थाना इनायतनगर में पिता अबु बकर से भी पूछताछ हुई थी। बता दें कि राम मंदिर पर हमले की साजिश में संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान गिरफ्तार किया गया है।
फरीदाबाद से गिरफ्तार हुआ था संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान
अब्दुल रहमान को दिल्ली से सटे फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। उसने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया था, जिसके बाद ये चर्चा तेज हो गई थी कि क्या 5 अप्रैल को अयोध्या में हमले की तैयारी थी? दरअसल 4 अप्रैल को 2 हैंड ग्रेनेड लेकर अब्दुल रहमान फरीदाबाद से अयोध्या जाने वाले था। फरीदाबाद से गिरफ्तार आतंकी अब्दुल रहमान अल-कायदा इन इंडियन सब-कांटिनेंट (AQIS) से भी जुड़ा था। वह मोस्टवांटेड आतंकी अबू सूफियान के संपर्क में भी था। वह एक प्रतिबंधित ऐप के जरिए अबू सूफियान से संपर्क करता था।
अबू सूफियान ने अपने हैंडलर के जरिए फरीदाबाद में 2 हैंड ग्रेनेड और डेटोनेटर गड्ढे में छिपवाए थे, जिसे अब्दुल रहमान ने निकालकर अपने बैग में रखा। अब्दुल रहमान को 4 अप्रैल को अयोध्या वापस जाने का निर्देश मिला था लेकिन 2 मार्च को ही उसे एटीएस गुजरात और हरियाणा एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में सामने आया कि अब्दुल रहमान देसी तमंचे बनाना भी जानता है। आरोपी के पास से दो मोबाइल मिले थे, जिनमें धार्मिक स्थलों की रेकी के वीडियो और धर्म विशेष को भड़काने वाली सामग्री पाई गई थी। अब्दुल रहमान सोशल मीडिया (फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर धार्मिक कंटेंट देखकर कट्टरपंथी बना और आतंकी नेटवर्क से जुड़ा।
आरोपी के पास 1 मार्च 2025 की अयोध्या कैंट से दिल्ली जंक्शन की ट्रेन टिकट मिली, जिससे उसकी यात्रा का पता चला। अबू सूफियान समेत पूरे मॉड्यूल का पर्दाफाश करने के लिए एटीएस, एसटीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं। (इनपुट: अखंड प्रताप सिंह)