सोना तस्करी: किसने लीक की एक्ट्रेस रान्या राव की इंफॉर्मेशन, एयरपोर्ट पर कैसे बचती थीं? इनसाइड स्टोरी


सोना तस्करी मामले में पकड़ी गईं एक्ट्रेस रान्या राव।
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सोना तस्करी मामले में पकड़ी गईं एक्ट्रेस रान्या राव।

कन्नड़ फिल्म एक्ट्रेस रान्या राव को 24 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। रान्या को बीते दिनों बेंगलुरु स्थित केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 12.56 करोड़ रुपये मूल्य के 14 किलो से ज्यादा सोने की तस्करी करते हुए पकड़ा गया था। इसके बाद रान्या के घर पर तलाशी में 2.06 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा जब्त की गई। लेकिन इस केस की इन्वेस्टिगेशन में DRI और CBI को अब तक क्या पता चला? रान्या राव सोना लेकर आ रही है ये इंफॉर्मेशन किसने लीक की? हर बार रान्या एयरपोर्ट जांच से कैसे बच जाती थीं? क्या DGP पद के अधिकारी और रन्या के सौतेले पिता को रान्या की काली करतूतों का पता था? रान्या की कम्पनी को कैसे खटाखट सरकारी जमीन की मंजूरी मिल गई? कर्नाटका के कौन से नेता रान्या राव के सम्पर्क में थे, क्या CBI का शिकंजा उन पर भी कसने जा रहा है? और क्यों दुबई या खाड़ी देशों से सोने की इतनी बड़ी मात्रा में तस्करी होती है? आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब हमारे इस एक्सप्लेनर में।

रान्या राव कौन हैं?

रान्या राव मॉडल और फ़िल्म एक्ट्रेस हैं। हालांकि, उनका फिल्मी करियर ज्यादा लम्बा नहीं चला। 2014 में कन्नड़ फिल्म माणिक्या से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत करने वाली रान्या ने तीन साल में ही फ़िल्मी दुनिया को बाय बोल दिया। माणिक्या में सेकण्ड हीरोइन के रोल से फिल्मी पर्दे पर उतरने वाली रान्या को तमिल फ़िल्म वाघा में लीड रोल मिला। उसके बाद 2017 में कन्नड़ फ़िल्म पटाकी में सेकण्ड हीरोइन का किरदार मिला। लेकिन इन तीनों ही फिल्मों को न तो सफलता मिली और न ही रान्या को कोई पहचान मिली। साल 2017 में उनका फिल्मी कैरियर खत्म हो गया। उसके बाद उन्हें अब तक कोई काम नहीं मिला।

पिता हैं DGP रैंक के अधिकारी

रान्या राव की निजी जिंदगी की बात कर लें तो वे कर्नाटका के चिकमंगलूर की रहने वाली हैं, उनकी एक बहन भी है। उनके पिता के निधन के बाद उनकी मां ने फिलहाल राज्य में पुलिस हाउसिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष पद तैनात DGP रैंक के IPS अधिकारी रामचन्द्र राव से दूसरी शादी की। इस तरह रामचंद्र राव, रान्या के सौतेले पिता बन गए। चार महीने पहले रान्या ने पेशे से आर्किटेक्ट जतिन हुक्केरी से शादी कर ली और इसके बाद वो बेंगलुरु के लेवल रोड पर एक निजी अपार्टमेंट में रहने लगीं। इस अपार्टमेंट के 3rd फ्लोर पर रान्या का मकान है जिसका मासिक किराया साढ़े चार लाख रुपये है।

कैसे आईं शक के दायरे में?

DRI की अब तक पूछताछ में रान्या राव ने बताया है कि फिल्मों में काम न मिलने के बाद उन्होंने रियल एस्टेट में फ्री लांस कन्सलटेंट का काम शुरू कर दिया जिसके चलते उन्हें दुनिया के अलग-अलग देशों में जाना पड़ता था। उनके ज्यादा क्लाइंट्स दुबई में हैं। इसीलिए रान्या को कई बार दुबई जाना पड़ा। DRI ने इस केस को लेकर कोर्ट में रखी अपनी दलील में कहा है कि रान्या पिछले 1 साल में 28 बार दुबई गयीं। DRI की आंखों में रान्या तब खटकने लगीं जब रान्या ने 15 दिनों में 4 बार दुबई की यात्रा की। DRI को रान्या की एक्टिविटी पर शक हुआ और उस पर नजर रखी जाने लगी जिसके बाद पाँचवीं बार में वो पकड़ी गईं।

रान्या की तलाशी नहीं होती थी

यहां बड़ी बात ये है कि एयरपोर्ट से निकलते वक्त रान्या की किसी भी तरह की तलाशी नहीं होती थी क्योंकि उन्हें प्रोटोकॉल मिला हुआ था। प्रोटोकॉल के तहत जब भी वो एयरपोर्ट आती थीं तो एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन से प्रोटोकॉल पर्सन कॉन्स्टेबल बसवराजू वहां आते और रान्या को बिना किसी तलाशी के बाहर लेकर चले जाते थे। रान्या को ये प्रोटोकॉल इसीलिए दिया गया क्योंकि वो DGP रामचन्द्र राव की बेटी हैं। इस मामले के सामने आने के बाद कर्नाटका सरकार ने सीनियर IAS अधिकारी गौरव गुप्ता को ये जिम्मेदारी दी है कि वे एक सप्ताह के अंदर इस बात की जानकारी देंगे कि इस केस में किस तरह प्रोटोकॉल का दुरूपयोग किया गया और किसके कहने पर ये किया गया, DGP रामचंद्र राव की इसमें क्या भूमिका है। साथ ही सरकार ने CID को भी इस बात की जांच करने को कहा है कि पुलिसकर्मी जो प्रोटोकॉल देते थे इस केस में क्या उनका कोई रोल है?

प्रोटोकॉल देने के लिए रान्या ने दबाव डाला

डिविजनल DCP ने पुलिस कमिश्नर को दी गई अंतरिम रिपोर्ट में कहा है कि पुलिस स्टेशन पर प्रोटोकॉल देने के लिए रान्या ने दबाव डाला था। अपने पिता को शिकायत करने की धमकी देकर वो प्रोटोकॉल बुलवाती थी। सूत्रों के मुताबिक DCP की इस इंटरनल रिपोर्ट में लिखा है कि दुबई से लौटते समय हर बार रान्या प्रोटोकॉल की मांग करती थी। गिरफ्तारी वाले दिन भी रान्या ने फोन किया था। उस वक्त कॉन्स्टेबल बसवराजू ने कहा था कि कोई और VIP आ रहा है। उन्हें उनकी ड्यूटी करनी है। इस पर रान्या नाराज हो गयीं और कहा कि अगर प्रोटोकॉल नहीं मिला तो वे अप्पा जी यानी रामचंद्र राव से शिकायत कर देंगी जिसके बाद कॉन्स्टेबल बसवराजू ने रान्या को प्रोटोकॉल दिया। जब DRI ने रान्या राव को तलाशी के लिए रोका तो बसवराजू ने एतराज जताया और कहा कि इन्हें मत रोकिए ये DGP की बेटी हैं।

रान्या के पिता ने क्या कहा है?

DGP पुलिस हाउसिंग रामचंद्र राव ने अपनी सफाई में कहा कि रान्या की इस हरकत की वजह से वे खुद ही बहुत सदमे में हैं। जब से रान्या की शादी हुई है वे उससे सम्पर्क में नहीं है और जो कुछ भी हुआ है उसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है। लेकिन सवाल ये उठ रहे हैं कि रन्या की शादी को तो सिर्फ 4 महीने हुए हैं, लेकिन रन्या लम्बे समय से दुबई जा रही थीं। तो क्या पिता रामचंद्र राव इस बात से भी अंजान थे। अपनी बेटी को प्रोटोकॉल देने के निर्देश क्या उन्होंने एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन को नहीं दिए थे। जांच के बाद DGP पिता की भी भूमिका दुनिया के सामने आ जायेगी

कैसे लीक हुई रान्या की इंफोर्मेशन?

अब सवाल ये भी है कि DRI की टीम ने रान्या को पाँचवी बार में ही क्यों पकड़ा इससे पहले वो 4 बार क्यों बच गयीं? सूत्रों की मानें तो इस बार DRI को स्पेसिफिक टिप मिली थी, इस सिलसिले में रन्या के पति जतिन की भूमिका की जांच की जा रही है, सूत्रों की मानें ने शादी के तुरंत बाद ही रन्या के दुबई जाने का सिलसिला शुरू हो गया। सूत्रों के मुताबिक रान्या तरुण राजू नाम के एक बिजनेसमैन के साथ लगातार बातें करती थीं और अपने पति जतिन को ये बताकर दुबई जाती थी कि वो अपने दोस्त तरुण से मिलने जा रही हैं। इस बात को लेकर दोनों में मनमुटाव हो गया और बात शादी तोड़ने तक पहुंच गई। सूत्रों की मानें तो तरुण को ही सबसे पहले इस बात का आभास हुआ कि रान्या की गतिविधियां संदिग्ध हैं और एक नेता के जरिये DRI दिल्ली तक ये बात पहुंचाई गई।

तरुण राजू भी गिरफ्तार

इस केस में DRI ने तरुण राजू को भी अरेस्ट कर लिया है। तरूण एक पाँच सितारा होटल मालिक के खानदान से है और DRI को शक है कि तरुण ही रान्या को सोने की तस्करी के काम में लेकर आया। भारत से सोना खरीदने के लिए दुबई पैसे भेजने से लेकर दुबई में सोना पहुंचाने तक का सारा काम तरुण देख रहा था। तरुण को जब पता चला कि प्रोटोकॉल के चलते रान्या बेंगलुरु एयरपोर्ट पर तलाशी से बच सकती है तो उसने रान्या को इस काम के लिए अपने साथ शामिल कर लिया।

खास किस्म का जैकेट और बेल्ट बनाया

सोने की तस्करी करने के लिए रान्या ने एक खास किस्म का जैकेट और बेल्ट बनाया था जिसमें वो सोने के बिस्किट छिपाकर लाती थीं। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें 1 किलो सोना लाने पर 1 लाख रुपये कमीशन मिलता था। हालांकि, पहले तरुण से पहचान को लेकर रान्या ने अनभिज्ञता जताई लेकिन जब तरुण को गिरफ्तार कर रान्या के सामने ले जाकर बिठा दिया गया तो रान्या को सब कुछ कुबूल करना पड़ा। फिलहाल तरुण DRI की कस्टडी में है और इस मुख्य आरोपी से पूछताछ में अभी और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।

रान्या ने कर्नाटक के 2 मंत्रियों को फोन किया

गिरफ्तारी के बाद जब रान्या के फोन और लेपटॉप की जांच की गई तो वहां कई प्रभावशाली लोगों की जानकारी मिली हैं। सूत्रों के मुताबिक अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए रान्या ने कर्नाटका की कॉंग्रेस सरकार के 2 मंत्रियों को फोन भी किया था। अब BJP इन दोनों मंत्रियों का नाम लिए बगैर इनकी भूमिका की जांच की मांग कर रही है। 4 महीने पहले जब रान्या की शादी हुई तब CM सिद्धारमैया और होम मिनिस्टर G परमेश्वर सहित कई और नेताओं और मंत्रियों ने इसमें हिस्सा लिया था। जाहिर सी बात है कि DGP पिता के इनविटेशन पर ये सभी VIP शादी में आये थे। लेकिन अब इस बात की जांच की जा रही है कि क्या कुछ नेताओं के रान्या के साथ घनिष्ठ सम्बन्ध हैं। इस मामले की जांच कर रही CBI ने मंगलवार को रान्या के घर की तलाशी ली। CBI उन VIP लोगों की एक लिस्ट बना रही है जिन्होंने रान्या को शादी के दौरान या फिर उससे पहले या बाद में महंगे-महंगे गिफ्ट दिए।

भाजपा शासन में 12 एकड़ जमीन की मंजूरी

बात सिर्फ कांग्रेस नेताओं की नहीं है। 2023 में BJP शासनकाल में रान्या की एक कंपनी को KIADB को 12 एकड़ जमीन की मंजूरी दे दी गयी। हालांकि, KIADB की जमीन की स्वीकृति में सालों साल लग जाते हैं लेकिन रान्या के केस में कंपनी के गठन के कुछ दिनों के भीतर ही उन्हें जमीन की मंजूरी दे दी गई। बिना पोलिटिकल कनेक्शन के ये सम्भव नहीं है। हालांकि, उस वक्त के CM बसवराज बोम्मई और उस वक्त के उद्योग मंत्री मुरुगेश निराणी दोनों ने इन आरोपों को खारिज करते हुए अपनी सफाई में कहा कि नियमों का पालन करते हुए और पूरी पारदर्शिता के साथ जमीन मंजूर की गई, लेकिन चूंकि तय समय पर रान्या की कंपनी राशि जमा नहीं कर पाई जिसके चलते जमीन का आवंटन नहीं हो पाया। CBI इन सब पहलुओं की भी जांच करेगी

दुबई से सोने की तस्करी क्यों होती है?

जानकार बताते हैं कि दुबई में मिलने वाले सोने की प्योरिटी ज्यादा होती है और हर किलो पर भारत की तुलना में 25 से 30 लाख का अंतर भी आता है। एक बात ये भी है कि दुबई से लाया गया सोना भारत में गहना बनाने के लिये की गई मिलावट के बाद डेढ़ गुणा हो जाता है। ऐसे में दुबई से स्मगल कर लाये गए सोने से बहुत मुनाफा होता है। ये बात भी साफ है कि दुबई से इतने बड़े पैमाने पर गोल्ड की तस्करी के लिए बड़ी मात्रा में हवाला के जरिये भी पैसे दुबई भेजे गए होंगे। DRI और CBI संयुक्त रूप से मामले की जांच कर रही है। फिलहाल बेंगलुरु सेंट्रल जेल में कैद रान्या ने जमानत की अर्जी भी डाली है जिस पर बुधवार से सुनवाई शुरू होगी

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