
राजपाल यादव
बॉलीवुड में अगर काम करना है तो अच्छी कद-काठी, रंग-रूप और फिटनेस काफी मायने रखती है। यही वजह है कि कलाकार अपनी पर्सनैलिटी का खासा ध्यान रखते हैं। स्क्रीन पर अच्छा दिखने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। लेकिन, इंडस्ट्री में एक ऐसा भी कलाकार है जिसमें ये सारे गुण तो नहीं हैं, लेकिन इसके बाद भी वह दर्शकों पर अपनी खास छाप छोड़ने में कामयाब रहे। हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के कॉमेडी स्टार राजपाल यादव की। आज राजपाल यादव का जन्मदिन है। अभिनेता आज यानी 16 मार्च को अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर उनके बारे में कुछ खास बातें जानते हैं।
लोगों को हंसा-हंसाकर किया लोट-पोट
हिंदी सिनेमा में कॉमेडी को जिंदा रखने वाले कलाकारों में राजपाल यादव का नाम भी शुमार है। उनके जैसे रग-रग में कॉमेडी भरी है। उन्होंने ‘चुप चुपके’, ‘भूल भुलैया’, ‘फिर हेरा फेरी’ और ‘ढोल’ से लेकर ‘भूल भुलैया 3’ तक कई हिट फिल्मों में काम किया है और अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है। लेकिन, लोगों को हंसा- हंसाकर बेहाल करने वाले राजपाल यादव के हाल भी कभी बेहद मुश्किल भरे हुआ करते थे।
राजपाल यादव का जन्म
राजपाल यादव का जन्म 16 मार्च, 1971 को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के कुंडरा गांव में हुआ। पर्दे पर उनकी सफलता सबने देखी है। आज राजपाल यादव अकूत संपत्ति के मालिक हैं, ऐशो-आराम की भी कोई कमी नहीं है, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी पापड़ बेलने पड़े हैं।
पहली पत्नी की हो गई थी मौत
राजपाल यादव तब कुछ 19-20 साल के रहे होंगे, जब उनकी पहली पत्नी करुणा का निधन हो गया था। करुणा के निधन के बाद राजपाल अपनी नवजात बेटी ज्योति के साथ अकेले रह गए। अचानक हुए इस हादसे ने राजपाल यादव को पूरी तरह तोड़कर रख दिया था। इसके बाद उन्होंने अपनी बेटी के लिए खुद को समेटा और नौकरी की, लेकिन यहां मन ना लगने से वह ज्यादा दिनों तक इस नौकरी को जारी नहीं रख पाए।
दर्जी बन परिवार का पाला पेट
परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और बेटी की देखरेख भी करनी थी, ऐसे में राजपाल यादव ने टेलरिंग का काम शुरू कर दिया। एक ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में उन्होंने दर्जी का काम शुरू कर दिया। उन्हें नौकरी तो मिल गई थी, लेकिन वह आर्मी में जाना चाहते थे। उन्होंने काफी कोशिश की, लेकिन छोटे कद के चलते रिजेक्शन के अलावा कुछ नसीब नहीं हुआ। वह समझ गए कि यहां कुछ नहीं होने वाला और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में काम जारी रखा। फिर उन्होंने एक्टिंग लाइन में आने का मन बना लिया।
थिएटर से कैसे जुड़े राजपाल यादव?
जब राजपाल यादव का निधन हुआ, उनकी बेटी 1 दिन की थी। राजपाल यादव की उम्र भी कुछ ज्यादा नहीं थी। लेकिन, वह समझ नहीं पा रहे थे कि उन्हें क्या करना है और कैसे करना है। ऐसे में उनकी मां और घर की महिलाओं ने बेटी की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली और राजपाल ने एक्टिंग सीखने के लिए थिएटर ज्वॉइन कर लिया। 1992 में भारतेंदु नाट्य एकेडमी में एडमिशन लिया और 2 साल तक एक्टिंग सीखी और फिर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में हाजिरी लगाई। यहीं से उनके करियर को दिशा मिली और फिर मुंबई का सफर शुरू हुआ। वहीं 2003 में उन्होंने राधा यादव के साथ दूसरी शादी कर ली।
टीवी में भी किया काम
राजपाल यादव ने फिल्मों से पहले टीवी इंड्स्ट्री में भी काम किया था। उन्होंन अपने करियर में 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। उन्होंने वैसे तो कई फिल्मों में कॉमेडी किरदार निभाए, लेकिन छोटा पंडित और बंड्या जैसे उनके रोल आज भी खूब पसंद किए जाते हैं। फिल्मों से पहले राजपाल यादव ने 1990 में प्रकाश झा के शो ‘मुंगेरी के भाई नौरंगीलाल’ में भी काम किया था, जो देशभर में हिट हुआ था। फिर उन्होंने ‘मस्त’ से अपना बड़े पर्दे का सफर शुरू किया। पहले तो राजपाल यादव ने छोटे-मोटे किरदारों से काम चलाया, फिर राम गोपाल वर्मा की ‘जंगल’ में उन्होंने ‘सिप्पा’ का किरदार निभाया, जो हिट रहा। इस किरदार ने उनके करियर को एक नई ही दिशा दी।