
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल
नई दिल्लीः इंडिया टीवी के कॉनक्लेव ‘SHE’ में राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने महिला सशक्तिकरण समेत कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। स्वाति ने इंडिया टीवी से अपने अनुभव भी साझा किया। सांसद ने बताया कि 2006 में लगा देश के लिए कुछ करना है। परिवर्तन NGO में कई साल वॉलंटियर रही। अन्ना आंदोलन की कोर कमेटी में मेंबर बनी। 2015 में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बनी। महिला आयोग को आंदोलन की तरह चलाया।
मुझसे कहीं पर भी अन्याय बर्दाश्त नहीं होता: स्वाति
स्वाति मालीवाल ने कहा कि मैं एक्टिविस्ट थी और हमेशा रहूंगी। मुझसे कहीं पर भी अन्याय बर्दाश्त नहीं होता। अच्छा काम करने पर दिक्कत आती है। पहले दिल्ली महिला आयोग में काम नहीं होता था। हमने 8 साल में एक लाख 74 हजार केस सुने।
बच्चियों से रेप करने वालों को फांसी होनी चाहिए
स्वाति ने बताया कि जब वह दिल्ली में महिला आयोग की अध्यक्ष थीं तब वुमन हेल्पलाइन पर हर दिन 4 हजार कॉल आते थे। कॉल आने पर हम तुरंत एक्शन लेते थे। 2500 से ज्यादा महिलाओं के रेक्स्यू किए गए। 14 साल की बच्ची का मॉडल टाउन से रेस्क्यू किया। मालीवाल ने कहा कि बच्चियों से रेप करने वालों को फांसी होनी चाहिए।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि मेरे अनशन के बाद केंद्र सरकार ने मांग मानी। हर कानून अपने साथ बदलाव लाता है। आज देश के हर हिस्से में क्राइम है। निर्भया आंदोलन में मैंने लाठी-डंडे खाए। महिलाओं के साथ पूरे देश को खड़े होना चाहिए। कठोर कानून बनने पर भी लोगों को डर नहीं है।
लोग महिलाओं से ही सवाल पूछते हैं
स्वाति ने कहा कि लड़की का पहला इम्तिहान शिकायत के साथ शुरू होती है। लोग महिलाओं से ही सवाल पूछते हैं। जिसके साथ गलत हो रहा वो आवाज उठाए। अगर कोई महिला गलत करती है तो एक्शन हो। समाज में महिलाओं का हक मिलना चाहिए। सदन में महिलाओं की भागीदारी बढ़नी चाहिए।
India TV She Conclave
बता दें कि स्वाति मालीवाल की पहचान सोशल वर्कर के तौर पर है। वह इंडिया अगेंस्ट करप्शन की सदस्य रहीं। 2015 में स्वाति को दिल्ली महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया। बाद में आम आदमी पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा।