
नाइजीरिया में भीड़ ने 16 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी।
अबुजा: अफ्रीकी देश नाइजीरिया के दक्षिणी हिस्से में भीड़ ने किडनैपर होने के शक में 16 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी। अधिकारियों द्वारा शुक्रवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, पीड़ितों में से कुछ के कंधों और सिर पर टायर रखकर आग लगा दी गई, जिनसे उनकी दर्दनाक मौत हो गई। घटना में मारे गए लोग देश के उत्तरी हिस्से से थे और उन्हें एडो राज्य के उरोमी इलाके में स्थानीय सुरक्षाकर्मियों ने रोका था। एडो पुलिस के प्रवक्ता मूसा यामू ने एक बयान में कहा कि मृतकों की गाड़ी की तलाशी के दौरान अधिकारियों को स्थानीय स्तर पर बनाए गए हथियार मिले थे और इसी वजह से भीड़ ने उन पर हमला बोल दिया।
2029 के बाद से नाइजीरिया में 391 लोगों की लिंचिंग
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में पीड़ितों के साथ जमकर बर्बरता होते हुए देखा गया और फिर उन्हें घिसे-पिटे टायरों की आग में झोंक दिया गया। बता दें कि पिछले एक दशक में नाइजीरिया में भीड़ द्वारा की जाने वाली हिंसा में वृद्धि देखने को मिली है। एमनेस्टी इंटरनेशनल की 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, जहां देश के दक्षिणी हिस्से में हमले अक्सर चोरी और जादू-टोने के आरोपों से जुड़े होते हैं, वहीं उत्तर में कथित ईशनिंदा को लेकर लिंचिंग होती है। 2022 में लागोस स्थित रिसर्च ग्रुप SBM इंटेलिजेंस ने कहा था कि 2019 के बाद से अफ्रीका के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में कम से कम 391 भीड़ द्वारा हत्याएं हुई हैं।
हमले के सिलसिले में गिरफ्तार हुए 14 संदिग्ध
यामू ने बताया कि गुरुवार को हुए हमले में पीड़ितों के ग्रुप से 10 लोगों को बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 2 लोग घायल होने के कारण अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि हमले के सिलसिले में 14 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। घटनास्थल का दौरा करने के बाद एडो राज्य के गवर्नर मंडे ओकेपेभोलो ने कहा कि अपराधियों को कानून के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। गवर्नर के प्रतिनिधि सोलोमन ओसागले ने एक बयान में कहा, ‘किसी को भी किसी दूसरे व्यक्ति की जान लेने का अधिकार नहीं है।’
नाइजीरिया में पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
हमले के बाद सोशल मीडिया पर भी आक्रोश देखने को मिल रहा है। देश के उत्तरी हिस्से के राजनेताओं ने हत्याओं की निंदा की है। बता दें कि नाइजीरिया में ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। 2012 में रिवर स्टेट की राजधानी और नाइजीरिया के तेल उत्पादक क्षेत्रों में से एक पोर्ट हरकोर्ट यूनिवर्सिटी के 4 छात्रों को लुटेरा होने के शक में पीट-पीट कर मार डाला गया था। उस समय भी पूरे देश में आक्रोश फैला था और न्यायिक प्रणाली को लेकर बहस तेज हो गई थी। कई लोगों का मानना है कि उस घटना में मारे गए पीड़ितों को कभी न्याय नहीं मिला। (भाषा)