
C-130J हरक्यूलिस विमान म्यांमार पहुंचा
म्यांमार और थाइलैंड में आए शक्तिशाली भूकंप से जानमाल को काफी नुकसान पहुंचा हैं। भूकंप से पीड़ित दोनों देशों को भारत ने मदद का ऐलान किया है। मदद के लिए भारतीय वायुसेना का पहला C-130J हरक्यूलिस विमान म्यांमार में लैंड हो गया है। वहां पर मौजूद म्यांमार के गवर्मेंट के ऑफिसर्स ने एयर क्राफ्ट के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर फ्लाइट लेफ्टिनेंट काव्या को ‘थैंक्यू’ कहा है।
भारत के कुल पांच एयरक्राफ्ट म्यांमार पहुंचे
इस समय भारतीय वायुसेना के कुल पांच एयरक्राफ्ट म्यांमार के लिए पहुंचे हैं। इसमें दो C-17 ग्लोब मास्टर हैं। तीन C130J हरक्यूलिस शामिल हैं। इनको ऑपरेशन ब्रह्मा के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
स्क्वाड्रन को स्टैंडबाय पर रखा गया
इंडिया TV को मिली जानकारी के मुताबिक, 81 स्क्वाड्रन जिसे SkyLords स्क्वाड्रन कहते हैं। इसके अलावा 77 स्क्वाड्रन जोकि veiled वाइपर के नाम से जानी जाता है। इन दोनों को पूरी तरह से म्यांमार को मदद पहुंचाने के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है।
जरूरत पड़ी तो बैंकॉक भी भेजे जाएंगे विमान
हालांकि, कुल मिला के 5 ट्रांसपोर्ट एयर क्राफ्ट को ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत इस्तेमाल किया जा रहा है, जो कि अभी म्यांमार जा रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक भी भेजा जा सकता है। इसके लिए पूरी तैयारी की गई है।
म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को आया भूकंप
बता दें कि म्यांमार में शुक्रवार को भूकंप से देश के बड़े हिस्से में भारी तबाही हुई है। हजारों की संख्या में मौते हुई हैं। आने वाले समय में इसमें बढोत्तरी हो सकती है। म्यांमार के पड़ोसी देश थाईलैंड में भी भूकंप का असर दिखा है। यहां भी बड़ी संख्या में लोगों की मौते हुई हैं।
7.7 मापी गई तीव्रता
म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख सीनियर जनरल मिन आंग हलाइंग ने कहा, ‘मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ने की आशंका है।’ शुक्रवार को आए भूकंप की तीव्रता 7.7 मापी गई थी। इसका केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के निकट पास जमीन की गहराई में था। मांडले में भूकंप से कई इमारतें ढह गई। थाईलैंड में भूकंप के झटके बैंकॉक महानगरीय क्षेत्र में महसूस किए गए। चीन के यूनान और सिचुआन प्रांतों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।