Gold Rush: सोना 92 हजार के पार, चांदी 1.03 लाख प्रति किलो, अब Gold का अगला स्टॉप 99000 रुपये, जानें कब तक?


Gold and Silver

Photo:INDIA TV सोना और चांदी

Gold Rush: सोने और चांदी की कीमत में अंधाधुंध तेजी जारी है। घरेलू सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने की कीमत 1,100 रुपये के उछाल के साथ 92,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गई। वहीं, चांदी की कीमत शुक्रवार को 1,300 रुपये की तेजी के साथ 1,03,000 रुपये प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई। हालांकि, ऐसा नहीं कि अब इन दोनों कीमती धातु की कीमत नहीं बढ़ेगी। तमाम कमोडिटी एक्सपर्ट और रिसर्च एजेंसी का मानना है कि बदलते भौगोलिक हालात में सोने और चांदी की कीमत में तेजी जारी रहेगी। गोल्डमैन सैक्स, BofA ने सोने के लिए टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है। गोल्डमैन सैक्स ने 2025 के अंत तक सोने की कीमत का टारगेट 3,100 डॉलर से बढ़ाकर 3,300 डॉलर प्रति औंस कर दिया है। बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) ने गोल्ड का टारगेट प्राइस 2025 में बढ़ाकर 3,063 डॉलर प्रति औंस और 2026 में 3,350 डॉलर प्रति औंस कर दिया है। इसका असर घरेलू बाजार में देखने को मिलेगा। सोना 99 हजार प्रति 10 ग्राम तक पहुंचेगा। आइए जानते हैं कि यह कब और क्यों होगा? 

सोने और चांदी ने सबको पीछे छोड़ा 

अगर वित्त वर्ष 2024-25 (1 अप्रैल 2024 से लेकर 29 मार्च 2025) तक देखें तो सोने और चांदी ने सबसे अधिक रिटर्न दिया है। नीचे हम बता रहे हैं कि निवेशकों को कहां से कितना ​रिटर्न मिला। 

चांदी ने निवेशकों की ‘चांदी’ कराई 

वित्त वर्ष 2024-25 में रिटर्न​

  • सोना: 31.37% 
  • चांदी:  35.56%
  • निफ्टी: 5.29%
  • सेंसेक्स: 4.96%
  • बैं​क निफ्टी: 9.16%
  • क्रूड ऑयल: -13.69%

सोना 99000 रुपये की ओर बढ़ा 

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी हेड अनुज गुप्ता ने बताया कि सोना अब 99000 रुपये की ओर बढ़ गया है। इस साल के अंत तक यह भाव देखने को मिल सकता है। हालांकि, निवेशकों को वो सोने के बदले चांदी में निवेश की सलाह देते हैं। उनका मनना है कि चांदी की कीमत 1.25 लाख रुपये तक पहुंच सकती है। इसलिए निवेश्कों को सोने के मुकाबले चांदी में ज्यादा रिटर्न मिलेगा। अगर सोना में निवेश करना है तो गोल्ड ईटीएफ एक बेस्ट माध्यम है। निवेशक इसका उपयोग कर सोने की तेजी का फायदा उठा सकते हैं। आईसीआईसीआई बैंक ग्लोबल मार्केट्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और अमेरिकी टैरिफ नीतियों के कारण 2025 की दूसरी छमाही में सोने का भाव 94,000 रुपये प्रति दस ग्राम से 96,000 रुपये प्रति दस ग्राम के दायरे में जाने की उम्मीद है।”

आखिर क्यों जारी है तेजी? 

कोटक सिक्योरिटीज के अनुसार, ट्रेड वॉर की बढ़ती चिंताओं के कारण सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। राष्ट्रपति ट्रंप के वाहन आयात शुल्क और यूरोपीय संघ और कनाडा के खिलाफ शुल्क को लेकर चेतावनी ने सोने जैसे सुरक्षित-निवेश की मांग को तेज कर दिया है। ब्रोकरेज कंपनी के अनुसार, केंद्रीय बैंक खरीद के कारण इस महीने सोने की कीमतों में लगभग 8.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि भारत में सोना सिर्फ़ निवेश ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक परंपराओं का भी अभिन्न अंग है, खास तौर पर शादियों और त्यौहारों के दौरान। कीमतों में हाल ही में हुई बढ़ोतरी ने आभूषण खरीदारों को झिझक में डाल दिया है, जबकि निवेश की मांग अभी भी मजबूत बनी हुई है। ऐसे में क्या सोना और चांदी आने वाले दिनों में तेजी से आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रहा है? क्या सोना और चांदी सिर्फ अमीर ही खरीद पाएंगे? कई सवाल हैं जिसका जवाब लोगों को नहीं मिल रहा है। 

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