
IG साहेब और विधायक के बीच नोकझोंक
सीकर: राजस्थान के सीकर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां खाटूश्यामजी सदर थाने के उद्घाटन में फीता काटने को लेकर आईजी व विधायक के बीच नोकझोंक हुई, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। इस विवाद से भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के बीच बहस छिड़ गई है।
क्या है पूरा मामला?
खाटूश्यामजी में नए सदर थाने का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें क्षेत्रीय विधायक वीरेंद्र चौधरी (कांग्रेस) और भाजपा नेता गजानंद कुमावत के अलावा प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस के उच्चाधिकारी भी मौजूद थे। समारोह के दौरान आईजी अजय पाल लांबा ने फीता काटने के लिए कैंची भाजपा नेता गजानंद कुमावत को सौंपी, जिस पर विधायक वीरेंद्र चौधरी ने कड़ा विरोध जताया।
विधायक चौधरी का कहना था कि किसी हारे हुए प्रत्याशी को फीता काटने देना प्रोटोकॉल के खिलाफ है, खासकर जब निर्वाचित जनप्रतिनिधि स्वयं मौजूद हों। इस पर आईजी लांबा ने समझौते के रूप में दोनों नेताओं को साथ में फीता काटने का सुझाव दिया, लेकिन चौधरी इससे सहमत नहीं हुए। उन्होंने कुमावत के हाथ से कैंची लेकर आईजी लांबा को लौटा दी। इसके बावजूद, आईजी ने दोबारा वही कैंची भाजपा नेता गजानंद कुमावत को सौंप दी, जिससे माहौल गर्म हो गया।
राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर
विधायक चौधरी ने प्रशासन पर भाजपा के पक्ष में झुकाव का आरोप लगाया और कहा कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। दूसरी ओर, भाजपा नेता गजानंद कुमावत ने विवाद को अनावश्यक बताते हुए फीता काट दिया। इसके बाद, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और इसे सरकारी तंत्र द्वारा भाजपा के पक्ष में पक्षपात करार दिया।
भाजपा समर्थकों ने कांग्रेस के विरोध को बेवजह बताया और इसे मात्र एक औपचारिकता करार दिया। इस दौरान आईजी लांबा और विधायक चौधरी के बीच बहस भी हुई। कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद भी यह मामला गरमाया रहा और दोनों दलों के नेताओं ने एक-दूसरे पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लगाए। (इनपुट: अमित शर्मा)