SIP: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू किया गया ट्रेड वॉर (व्यपाार युद्ध) अब और गहराता जा रहा है। अमेरिका द्वारा दुनियाभर के कई देशों पर भारी टैरिफ लगाने के बाद जवाबी कार्रवाई शुरू हो गई है। चीन ने अमेरिका पर 34% टैक्स लगाने का ऐलान किया है। 10 अप्रैल से यह टैक्स लागू होगा। चीन के अलावा कई और देश अमेरिकी टैरिफ पर प्रतिक्रिया देने की तैयारी में है। इससे आने वाले समय में ट्रेड वॉर जल्द सुझलता नहीं दिख रहा है। इसका असर दुनियाभर के बाजारों पर हो रहा है। अमेरिका, भारत समेत दुनिया के कई देशों के शेयर मार्केट धड़ाम हो रहे हैं। इसका नुकसान म्यूचुअल फंड में SIP करने वाले निवेशकों को हो रहा है। भारतीय बाजार में पिछले 8 महीने से गिरावट जारी है। ट्रेड वॉर शुरू होने के बाद एक बार फिर और बड़ी गिरावट का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में क्या अब सिप रोक देना सही फैसला होगा? आइए जानते हैं कि इस बुरे वक्त में क्या करना सही होगा?
फाइनेंशियल एक्सपर्ट का क्या कहना है?
फाइनेंशियल एक्सपर्ट का कहना है कि यह बाजार में गिरावट का समय है, लेकिन एसआईपी (Systematic Investment Plans) जारी रखने का सबसे अच्छा मौका है। वेल्थ एडवाइज़र्स का कहना है कि निवेशकों को म्यूचुअल फंड में अपनी मासिक एसआईपी जारी रखनी चाहिए, चाहे बाजार नीचे क्यों न जा रहा हो। अगर आप इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में लंबे समय के लक्ष्यों के लिए निवेश कर रहे हैं, तो बाजार में गिरावट के समय एसआईपी जारी रखना फायदेमंद होता है क्योंकि इससे कम कीमत पर ज्यादा यूनिट मिलती हैं। जब बाजार रिकवर करता है, तो आपका पोर्टफोलियो तेजी से बढ़ता है।
कहां सिप करना सही
विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को हाइब्रिड फंड्स और लार्ज-कैप फंड्स में निवेश करना चाहिए ताकि उनके पोर्टफोलियो में ज्यादा उतार-चढ़ाव न हो। अगर कोई थीमैटिक फंड्स में निवेश करना चाहता है तो बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर को देखा जा सकता है। विशेषज्ञ का कहना है कि निवेशकों को धैर्य बनाए रखना होगा। बाजार लंबी अवधि में हमेशा शानदार रिटर्न देता है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी प्रकार के निवेश से पहले या वित्तीय जोखिम लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के जोखिम के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।