
शेयर बाजार में प्रलय
Indian Share Market: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लागू की गई नई टैरिफ पॉलिसी के बाद पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है। ट्रंप के इस फैसले से दुनियाभर के शेयर बाजारों में तबाही आ गई है और आज भारतीय शेयर बाजार भी ट्रंप के इस फैसले का बुरी तरह से शिकार हो गया। सोमवार, 7 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार का प्रमुख इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स 3914.75 अंकों की गिरावट के साथ 71,449.94 अंकों पर खुला। वहीं दूसरी ओर, एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स भी आज 1146 अंकों की गिरावट के साथ 21,758.40 अंकों पर खुला। आज कई प्रमुख कंपनियों के शेयर 10-10 प्रतिशत की गिरावट के साथ खुले।
कोविड के बाद सबसे बड़ी गिरावट
कोविड के बाद भारतीय शेयर बाजार में ये अभी तक की सबसे बड़ी गिरावट है। आज की इस सुनामी में सेंसेक्स की 30 में से सिर्फ 1 कंपनी का शेयर ही बढ़त के साथ हरे निशान में खुला और बाकी की सभी 29 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ लाल निशान में खुले। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी 50 की 50 में सारी 50 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ लाल निशान में खुले। सेंसेक्स की कंपनियों में शामिल टाटा स्टील का शेयर आज सबसे ज्यादा 8.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ लाल निशान में खुला।
शुरुआती कारोबार में कैसा था प्रमुख शेयरों का हाल
शेयर का नाम | गिरावट (प्रतिशत में) |
टाटा मोटर्स | 8.02 |
लार्सन एंड टुब्रो | 7.02 |
इंफोसिस | 6.80 |
टीसीएस | 6.74 |
एचसीएल टेक | 6.56 |
अडाणी पोर्ट्स | 6.38 |
टेक महिंद्रा | 6.38 |
रिलायंस इंडस्ट्रीज | 6.04 |
इंडसइंड बैंक | 5.63 |
एनटीपीसी | 5.18 |
जोमैटो | 5.15 |
महिंद्रा एंड महिंद्रा | 4.61 |
बजाज फाइनेंस | 4.27 |
टाइटन | 3.55 |
एशियन पेंट्स | 3.51 |
नेस्ले इंडिया | 3.51 |
बजाज फिनसर्व | 3.37 |
मारुति सुजुकी | 3.27 |
कोटक महिंद्रा बैंक | 3.25 |
सनफार्मा | 3.14 |
बाजार में क्यों मची तबाही
भारतीय शेयर बाजार में आज की इस ताजा तबाही के पीछे सबसे बड़ी और सबसे अहम वजह है कि अमेरिका की नई टैरिफ पॉलिसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 26 प्रतिशत का टैरिफ लागू किया है। ये टैरिफ, अमेरिका में एक्सपोर्ट किए जाने वाले भारतीय सामान और सेवाओं पर वसूला जाएगा। अमेरिका के इस फैसले से भारतीय कंपनियों का बिजनेस सीधे तौर पर प्रभावित होगा, क्योंकि कंपनियों को अब पहले से ज्यादा टैरिफ चुकाना होगा, जिसका सीधा असर कंपनियों के मुनाफे पर पड़ेगा। ऐसे में शेयर बाजार निवेशकों को डर है कि नई टैरिफ पॉलिसी से भारतीय कंपनियों के प्रॉफिट पर बुरा असर पड़ेगा। यही वजह है कि लोग आज भारी मात्रा में शेयर बेचकर अपने-अपने पैसे निकालने में जुट गए। बिकवाली हावी होने पर शेयरों का भाव गिरता है, जिसकी वजह से बाजार में गिरावट आती है।
20 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
भारतीय बाजार में आज शुरुआती कारोबार में भयानक तबाही दर्ज की गई। सोमवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 3914.75 अंकों और निफ्टी 50 1146 अंकों की गिरावट के साथ खुला। इस गिरावट की वजह से आज शेयर बाजार निवेशकों को शुरुआती कारोबार में ही करीब 20 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
बाजार में अब आगे क्या होगा
मार्केट एक्सपर्ट संदीप जैन ने इंडिया टीवी के साथ बातचीत में बताया कि भारतीय बाजार का फंडामेंटल मजबूत है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने कई देशों की तुलना में भारत पर तुलनात्मक रूप से कम टैरिफ लगाया है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि अमेरिका टैरिफ रेट को लेकर मोलभाव कर सकता है और इस लिस्ट में सबसे पहले भारत का नाम है। भारत और अमेरिका के बीच जल्द ट्रेड डील हो सकती है और इस डील में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की दोस्ती काफी मददगार साबित हो सकती है।
निवेशकों को अब क्या करना चाहिए
उन्होंने कहा कि भारत, दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है। लिहाजा, यहां के बाजार की स्थिति अभी भी काफी अच्छी है और खपत के आधार पर आगे भी अच्छी बनी रहेगी। संदीप जैन ने बताया कि भारत में फिलहाल मंदी के कोई आसार नहीं है। इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों में जोरदार गिरावट और रुपये की स्थिति में मजबूती से भी भारत को फायदा ही मिलेगा। इतना ही नहीं, आने वाले समय में भारतीय रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कटौती कर सकती है, जिससे देश की खपत में और ज्यादा बढ़ोतरी होना तय है। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर देखा जाए तो भारतीय बाजार की स्थिति स्थिर है। हालांकि, निवेशकों को अभी वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के नतीजे आने का इंतजार करना चाहिए।