
भारत के पीएम नरेंद्र मोदी (L) चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (R)
US Tariff On China: अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वॉर शुरू हो गई है। इस बीच भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन द्वारा लगाए गए टैरिफ से बनी चुनौतियों से निपटने के लिए भारत और चीन को एक साथ खड़ा होना चाहिए। प्रवक्ता यू जिंग ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “चीन-भारत आर्थिक और व्यापारिक संबंध पारस्परिक लाभ पर आधारित हैं। अमेरिकी टैरिफ का दुरुपयोग कर रहा है ऐसे में दो सबसे बड़े विकासशील देशों को कठिनाइयों से निपटने के लिए एक साथ खड़ा होना चाहिए।”
चीन ने विश्व अर्थव्यवस्था को दी मजबूती
यू जिंग ने कहा, “चीन इकोनॉमिक ग्लोबलाइजेशन और मल्टीलेटरलिज्म का समर्थक है। चीन ने विश्व अर्थव्यवस्था में मजबूत गति प्रदान की है, जो सालाना औसतन वैश्विक विकास में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देता है। हम विश्व व्यापार संगठन (WTO) को केंद्र में रखकर बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली की सुरक्षा के लिए विश्व के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।”
चीन ने साफ किया रुख
यू ने कहा, “अमेरिका की ओर से टैरिफ के दुरुपयोग को लेकर दो सबसे बड़े विकासशील देशों को साथ खड़ा होना चाहिए।” उन्होंने कहा, “व्यापार और टैरिफ वॉर में कोई विजेता नहीं होता। सभी देशों को परामर्श के सिद्धांतों को बनाए रखना चाहिए, सच्चे मल्टीलेटरलिज्म का समर्थन करना चाहिए, सभी प्रकार के एकतरफावाद का संयुक्त रूप से विरोध करना चाहिए।”
‘चीन अंत तक लड़ने को तैयार है’
इस बीच यहां यह भी बता दें कि अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ को लेकर एक तरह की जंग छिड़ गई है। अमेरिका ने चीन पर 104 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है। चीन पर नया अमेरिकी टैरिफ 9 अप्रैल से लागू होगा। इससे पहले चीन ने कहा था कि अमेरिकी टैरिफ वॉर के खिलाफ चीन अंत तक लड़ने के लिए तैयार है।
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