राजस्थान की हार का सबसे बड़ा विलेन बना ये खिलाड़ी, अपनी रंगबाजी के चक्कर में टीम का बेड़ा गर्क


yashasvi jaiswal
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यशस्वी जायसवाल

राजस्थान रॉयल्स को एक और दफा आईपीएल के मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। टीम की ये पांच मैचों में तीसरी हार है। टीम के पास अब केवल चार ही अंक हैं क्योंकि उसे केवल दो ही मैचों में जीत मिली है। राजस्थान रॉयल्स की टीम ये मैच जीत सकती थी, लेकिन एक खिलाड़ी अपनी रंगबाजी के चक्कर में टीम का बेड़ा गर्क किए दे रहा है। मौके की नजाकत को ना भांपते हुए पहली ही बॉल से चौके और छक्कों के चक्कर में पड़ रहा है और टीम को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। हम बात कर रहे हैं यशस्वी जायसवाल की, जो अब तक टीम के लिए केवल एक ही बार 50 प्लस रन की पारी खेल पाए हैं, बाकी हर बार वे फ्लॉप ही साबित हो रहे हैं। 

यशस्वी जायसवाल को 18 करोड़ रुपये में किया गया है रिटेन

राजस्थान रॉयल्स ने यशस्वी जायसवाल को 18 करोड़ रुपये की मोटी रकम में रिटेन किया था। उम्मीद की जा रही थी कि वे अपनी टीम को अच्छी शुरुआत देंगे और टीम की जीत में मदद करेंगे, लेकिन यहां तो कुछ और ही हो रहा है। वे टीम को संकट में डालने का काम कर रहे हैं। बात आईपीएल 2025 के पहले मैच से शुरू करते हैं। जब राजस्थान रॉयल्स की टीम पहले मैच में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलने के लिए उतरी तो जायसवाल केवल एक ही रन बनाकर चलते बने। टीम ये मैच हार गई। 

केवल एक ही बार 50 प्लस रन की पारी खेल पाए हैं जायसवाल

इसके बाद दूसरे मैच में जब राजस्थान का मुकाबला केकेआर से हुआ तो जायसवाल केवल 29 रन बनाकर आउट हो गए। तीसरे मैच में उन्होंने केवल चार ही रन बनाए। यानी पहले तीन मैचों में जायसवाल का योगदान केवल 34 रनों का था। इसके बाद जब राजस्थान का मुकाबला पंजाब किंग्स से हुआ तो यशस्वी जायसवाल ने सधी हुई पारी खेली और 67 रनों की धाकड़ पारी खेली। इस मैच को राजस्थान की टीम जीतने में भी कामयाब रही। 

गुजरात टाइटंस के खिलाफ केवल 6 रन बनाकर आउट हो गए यशस्वी

इसके बाद बात अगर बुधवार की करें जब राजस्थान की टीम गुजरात टाइटंस के खेलने उतरी तो यशस्वी जायसवाल केवल 6 रन बनाकर आउट हो गए। राजस्थान की टीम को जीत के लिए 218 रनों की जरूरत थी, लेकिन जायसवाल ने मौके को नहीं भांपा और अपना वही चौके और छक्के लगाने का प्रयास जारी रखा, जिससे उन्हें आउट होना पड़ा। जब जायसवाल आउट हुए तो टीम का स्कोर केवल 10 ही रन था। जब टीम 118 रनों का टारगेट चेज करती है तो इस बात का ध्यान रखा जाता है कि रन तो बनें, लेकिन रिस्क कम से कम लिया जाए। ताकि जरूरी रन जुटाए जा सकें। लेकिन जायसवाल को हर बॉल पर चौके और छक्के मारने होते हैं। नितीश राणा भी जल्दी आउट हो गए, लेकिन इसके बाद संजू सैमसन और रियान पराग ने दिखाया कि किस तरह से तेजी से रन बनाए जा सकते हैं। अगर राजस्थान के जल्दी वि​केट नहीं ​ गिरे होते तो शायद राजस्थान की टीम ये मैच अपने नाम कर भी सकती थी।

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