
प्रेमी से शादी करने 1229 किमी दूर पहुंची नाबालिग
बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली एक नाबालिग लड़की अपने प्रेमी से शादी करने के लिए 1200 किलोमीटर दूर खंडवा पहुंच गई। जब प्रेमी को इसकी खबर लगी तो उसके हांथ-पांव फूल गए। अपने बड़े भाई के साथ मिलकर वह लड़की को थाने ले गया, जहां से समझाने के बाद लड़की को दोबारा उसके माता-पिता के पास भेजा गया। नाबालिग लड़की ने इसी साल 10वीं की परीक्षा दी थी और 40 फीसदी अंक हासिल किए थे। ऐसे में उसके पिता ने उसे डांट लगाई तो वह नाराज होकर प्रेमी के पास पहुंच गई।
बिहार की रहने वाली नाबालिक युवती की सॉन्ग ऐप स्टारमेकर पर इंदौर के रहने वाले युवक से पहचान हुई और दोनों साथ मिलकर डुएट गाने के वीडियो बनाने लगे। इस दौरान दोनों में प्रेम प्रसंग परवान चढ़ा, उधर युवती का कक्षा दसवीं का रिजल्ट जारी हो गया। जिसमें उसे 40 फीसदी अंक ही प्राप्त हुए। इसको लेकर युवती के सरकारी कर्मचारी पिता ने उसे डांट दिया। यह डांट उसे इतनी नागवार गुजरी कि, वह अपने प्रेमी से मिलने इंदौर के लिए ट्रेन से निकल पड़ी।
बाल कल्याण समिति ने वापस भेजा
बगैर संसाधनों के निकली यह युवती किसी तरह ट्रेन से खंडवा स्टेशन पहुंची। इस बीच प्रेमी युवक के भाई को इस नाबालिग युवती से अपने भाई के प्रेम प्रसंग की जानकारी लगी। जिसके चलते वह अपने भाई संग युवती को वापस घर भेजने के लिए मनाने खंडवा पहुंच गए, लेकिन युवती अपने प्रेमी से मुंह मोड़ कर घर जाने को तैयार न हुई और मामला शहर के कोतवाली थाने से होकर बाल कल्याण समिति तक पहुंचा। जहां से काउंसलिंग के बाद अब युवती को उसके परिजन के सुपुर्द कर वापस बिहार भेज दिया गया है। साथ ही समिति ने परिजन को भी पढ़ाई को लेकर बच्चों पर अधिक सख्ती न करने की हिदायत दी है।
पिता की डांट से नाराज थी लड़की
नाबालिग को थर्ड डिवीजन आने पर उसके सरकारी कर्मचारी पापा ने उसे डांटा था और यहां तक कह दिया था कि ‘पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है, तो हम तेरी शादी करवा देते हैं।’ पिता की डांट से नाराज होकर वह अपने प्रेमी के पास जाने के लिए घर से बगैर कोई संसाधन लिए निकल पड़ी। बिहार से इंदौर जाने के लिए वह ट्रेन से करीब 1200 किमी दूरी तय कर खंडवा तक पहुंची।
घबराया प्रेमी पुलिस को सुपुर्द कर वापस लौटा
खंडवा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने बताया कि लड़की ने रास्ते में प्रेमी को बताया कि वह शादी करने के लिए इंदौर आ रही है, तब प्रेमी ने भी उसे मना कर दिया। जब वह नहीं मानी तो प्रेमी के भाई ने भी उसे समझाया, लेकिन वह वापस जाने को तैयार नहीं हुई। चूंकि युवती नाबालिग थी और खंडवा तक पहुंच चुकी थी, तो अब उसका प्रेमी भी कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए अपने भाई को साथ लेकर इंदौर से खंडवा पहुंचा। यहां लड़की से मुलाकात कर उसे समझाने की कोशिश की। लड़की नहीं मानी और कहने लगी कि मम्मी-पापा ने बहुत डांटा है, इसलिए अब वापस नहीं जाऊंगी। इसके बाद घबराया प्रेमी और उसका भाई, लड़की को साथ लेकर कोतवाली थाने पहुंचे और लड़की को पुलिस को सुपुर्द कर वापस इंदौर चले गए। इसके बाद लड़की को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया।
बाल कल्याण समिति ने समझाया
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने बताया कि परीक्षा परिणाम 40 फीसदी आने पर लड़की के पापा ने कहा “हम तेरी शादी करवा देंगे” और पापा की शादी वाली बात से वह काफी डर गई थी। इसलिए चार अप्रैल की सुबह घर छोड़कर आ गई। रेलवे स्टेशन से इंदौर जाने का मन बनाया, तो पता चला कि इंदौर जाने के लिए खंडवा जाना पड़ेगा। काउंसलिंग के दौरान युवती की मां से फोन पर बात कराई गयी। उसकी मां ने भी उसे समझाया और समिति की महिला सदस्यों ने भी उससे बात कर कहा कि अभी तुम नाबालिग हो। इसलिए तुम्हें परिवार के सुपुर्द ही किया जाएगा। अभी शादी नहीं हो सकती। जिसके बाद वह वापस घर जाने के लिए राजी हुई।
(प्रतीक मिश्रा की रिपोर्ट)