
एनआईए की हिरासत में तहव्वुर राणा
नई दिल्ली: मुंबई हमले के साज़िशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा अब एनआईए की कस्टडी में है। भारत में पहली रात उसने NIA के लॉकअप में गुजारी है। NIA की स्पेशल कोर्ट से 18 दिनों की कस्टडी मिलने के बाद राणा को NIA हेडक्वार्टर्स में ग्राउंड फ्लोर पर बने लॉकअप में रखा गया है। इस सेल में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। सेल का साइज लगभग 14/14 का है।
कई स्तर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सेल के अंदर जमीन पर एक बिस्तर लगा है और बाथरूम भी सेल के अंदर ही है। इस सेल में मल्टीपल लेयर डिजटल सिक्योरिटी के साथ-साथ गार्ड्स का 24 घंटे पहरा है। वहीं सेल के अंदर बहुत सीमित लोग ही जा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक NIA के 12 अधिकारियों को ही इस सेल के अंदर जाने की इजाजत है। इसके अलावा राणा को इसी सेल के अंदर खाना और बाकी सब जरूरी दी जाएंगी।
कैमरे की निगरानी में पूछताछ
तहव्वुर राणा की NIA हेडक्वार्टर में भी कम से कम मूवमेंट करवाई जाएगी और दो कैमरों की निगरानी में पूछताछ होगी। पूछताछ के दौरान राणा को बीच-बीच में ब्रेक भी दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक राणा से पूछताछ के लिए 8 एजेंसीज ने NIA को अपनी रिक्वेस्ट भेजी है।
गृह मंत्रालय को रोजाना भेजी जाएगी रिपोर्ट
तहव्वुर राणा से पूछताछ के लिए लगभग 11 बजे के बाद अधिकारी NIA हेडक्वार्टर पहुंचेगे। सभी अधिकारी पहले NIA के DG के साथ एक मीटिंग करेंगे। इस टीम में 12 अधिकारी होंगे। इस मीटिंग में ये तय किया जाएगा कि जांच का अगला कदम क्या होगा? जांच कैसे आगे बढ़ाई जाएगी? इतना ही नहीं इसकी एक रिपोर्ट रोजाना गृह मंत्रालय को भेजी जाएगी।जानकारी के मुताबिक इस जांच की अगुवाई NIA की DIG जया रॉय करेंगी। इनकी प्राथमिकता शुरुआती पूछताछ में यह जानने की होगी कि राणा का पाकिस्तान में हैंडलर कौन है? उसकी खुद की प्रोफ़ाइलिंग की जाएगी।
राणा से पूछे जानेवाले अहम सवाल
- उसे फंडिंग कौन कर रहा था?
- स्लीपर सेल कौन कौन है?
- उसके बिजनेस पार्टनर कौन कौन है?
- इंडिया में राणा किस-किस को फंड दे रहा था?
- हेडली की मदद भारत में किन लोगों ने की
- भारत में पैसे किसे-किसे दिए गए?
इसके अलावा ये जानने की कोशिश भी होगी कि साजिद मीर क्रिकेट देखने के लिए भारत क्यो आया था? पाकिस्तानी आर्मी को जो वीडियो राणा ने दिए उन जगहों पर क्या राणा के साथ कोई और भी गया था?