
आरएसएस
राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) का सहयोगी संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच जो कि अब वक्फ संशोधन कानून को लेकर देशभर में फैली भ्रांतियां और अफवाहों को दूर करने के लिए 500 जगह पर सभाओं का आयोजन करने जा रहा है। यह सभाएं गांव, शहरों और नुक्कड़ों में की जाएंगी। मुस्लिम समाज के घर-घर जाकर भी मुस्लिम राष्ट्रीय मंच वक्फ संशोधन कानून के संबंध में मुस्लिम समाज को अवगत कराएगा, उन्हें समझाएगा साथ ही साथ मुस्लिम राष्ट्रीय मंच पूरे देश में 100 से ज्यादा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके वक्फ संशोधन कानून की उपलब्धियां को गिनाएगा।
मुस्लिम समाज को बताए जाएंगे फायदे
इसकी जानकारी मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक विराग पाचपोर ने इंडिया टीवी के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान दी है। जहां-जहां मुस्लिम बस्तियां हैं। गांव हैं, कस्बे हैं, हर जगह मुस्लिम राष्ट्रीय मंच पहुंचेगा। मुसलमानों को बताने की कोशिश करेगा कि मुस्लिम समाज के फायदे का कानून है।
पश्चिम बंगाल भी जाएगी टीम
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक विराग पाचपोर ने कहा की मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की टीम पश्चिम बंगाल भी जाएगी। वहां जो मुस्लिम समाज में वक्फ संशोधन कानून को लेकर जो गलत भ्रांतियां हैं। उसे दूर करने की कोशिश की जाएगी। पश्चिम बंगाल में भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी। वहां पर भी सेमिनार और सभाएं ली जाएगी।
राजनीति से ओत-प्रोत हैं पश्चिम बंगाल की हिंसाएं
पश्चिम बंगाल के गांव में लोगों के घरों तक मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यकर्ता जाएंगे। संशोधित कानून के संबंध में उन्हें बताएंगे। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का मानना है कि पश्चिम बंगाल में जो हिंसा हो रही है, वक्फ को लेकर वह पूरी तरीके से राजनीति से ओत-प्रोत है।
न्याय और समानता के अधिकारों को और मजबूत करेगा
विराग पाचपोर ने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का मानना है कि यह कानून मुस्लिम समुदाय के आत्म सम्मान, न्याय और समानता के अधिकारों को और मजबूत करेगा। पश्चिम बंगाल का जो विरोध है वह राजनीतिक है। ममता बनर्जी ने इससे पहले भी कई कानून अपने राज्य में लागू नहीं किया, इससे उनके राज्य को नुकसान है।
बहुत ही ऐतिहासिक बिल
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का मानना है कि यह बहुत ही ऐतिहासिक बिल है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने सामाजिक जिम्मेदारी मानकर गली-गली, घर-घर सभाओं के जरिए लोगों के संपर्क के जरिए वक्त संशोधन कानून की जानकारी देगा। यह बताने की कोशिश की जाएगी कि मुसलमान के फायदे में है। यह किसी भी प्रकार की धार्मिक दखलअंदाजी नहीं है। मुस्लिम समाज को भड़काने की कोशिश की जा रही है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच मुस्लिम समाज से अपील करता है कि वह किसी के भड़काए में ना आए, देखा जा रहा है कि इस बार ओवैसी जैसे कट्टरपंथी नेताओं के साथ अब मुस्लिम समाज का समर्थन नहीं है।
राहुल गांधी के बयान पर भी दी प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के उस वक्तव्य पर कि वक्फ के बाद ईसाई और सिखों की जमीन पर RSS की नजर है। इस टिप्पणी का उत्तर देते हुए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक विराग पाचपौर ने कहा कि राहुल गांधी को बोलने से कौन रोक सकता है?राहुल गांधी की बातों को कितना सीरियस लेना चाहिए, कितनी गंभीरता से लेना चाहिए? ये लोगों को सोचना चाहिए।
राहुल गांधी की बातों से संघ को कोई फर्क नहीं पड़ता
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की आदत आरएसएस को घसीटने की है। इसमें RSS कहां है? यह सरकार का काम है। सरकार ने काम किया है। इसमे में संघ कहां से आ गया? राहुल गांधी की आदत हो गई है? RSS इसका नाम लिए बिना उनको नींद नहीं आती। उनकी बातों से RSS को कुछ फर्क नहीं पड़ता है। राहुल गांधी को देश के बारे में कुछ समझ नहीं है। इसलिए वह जो भी बोलते हैं ना उसका आगे होता है ना पीछा होता है। इसलिए उन्हें गंभीरता से लेने की कोई आवश्यकता नहीं है।